स्टेट हाइवे निर्माण का विरोध तेज:मकान से ऊंची बन रही सड़क से गुस्साए लोग, बोले: पुरानी सड़क खोदकर हो निर्माण

बांसवाड़ा6 महीने पहले
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घाटोल की गांधी बस्ती में जमा हुए लोगों के बीच पहुंचे तहसीलदार। - Dainik Bhaskar
घाटोल की गांधी बस्ती में जमा हुए लोगों के बीच पहुंचे तहसीलदार।

घाटोल से गनोड़ा के बीच प्रस्तावित 18KM लंबे स्टेट हाइवे के CC निर्माण का पहले ही दिन विरोध शुरू हो गया। नई सीसी सड़क की ऊंचाई ज्यादा है, जिससे लोगों के मकान नीचे हो रहे हैं। बरसाती पानी के मकानों में घुसने की आशंका जताते हुए ग्रामीणों और कस्बेवासियों ने नए सड़क निर्माण पर आपत्ति जताई। ग्रामीणों ने सड़क कार्य ही रुकवाने की कोशिश नहीं की बल्कि तहसीलदार को ज्ञापन देकर नई सड़क निर्माण से पहले पुरानी सड़क को खोदने की दलील दी। इसके बाद खुद तहसीलदार हाबूलाल मीणा मौके पर पहुंचे। लेकिन, यहां सुनवाई के दौरान लोगों में दो फाड़ हो गए। एक पक्ष सड़क निर्माण के समर्थन में आ गया, जबकि दूसरा पक्ष विरोध करता दिखा। इसके बाद तहसीलदार ने निर्माण कार्य को जारी रखने के निर्देश दिए।

घाटोल-गनोड़ा के बीच जारी हाइवे निर्माण कार्य।
घाटोल-गनोड़ा के बीच जारी हाइवे निर्माण कार्य।

दरअसल, घाटोल से गनोड़ा को जोड़ने वाले रोड को स्टेट हाइवे घोषित किया गया है। इसके लिए 39.50 करोड़ का बजट सेंक्शन हुआ है। इसकी शुरुआत घाटोल के पोस्टऑफिस चौराहे से हो रही है। नई सड़क स्टेट हाइवे के नियमों के तहत सात मीटर चौड़ी होगी। इसमें आबादी इलाके घाटोल, गनोड़ा और बामनपाड़ा में CC सड़क बनेगी, जिसकी ऊंचाई करीब 250 मिलीलीटर होगी। निर्माण कार्य भारती कंस्ट्रक्शन नाम की कंपनी कर रही है। PWD के AEN महेंद्र कुमार ने बताया कि घाटोल के गांधी बस्ती में निर्माणाधीन सड़क के किनारों पर नाली निर्माण प्रस्तावित नहीं है। सीसी रोड के बाद ग्राम पंचायत की नालियों की ऊंचाई उठा दी जाएगी।

सड़क निर्माण कार्य को देखने पहुंचे तहसीलदार।
सड़क निर्माण कार्य को देखने पहुंचे तहसीलदार।

नाली से हटाएंगे अतिक्रमण
इधर, निर्माण कार्य में सामने आए विरोध के बाद तहसीलदार हाबूलाल मीणा ने कहा कि लोग सड़क निर्माण रूकवाना चाहते थे, जबकि निर्माण नियमों के तहत हो रहा है। कुछ लोगों को बरसाती पानी भरने की आपत्ति थी, लेकिन कुछ लोग नई सड़क से सहमत थे। इसलिए निर्माण चालू है। मीणा ने कहा कि सड़क निर्माण के बाद वहां ग्राम पंचायत स्तर पर बनाई गई नालियों के अतिक्रमण हटाए जाएंगे। नालियां ऊंची होने के बाद बरसाती पानी रूकने की समस्या खत्म हो जाएगी।

कंटेंट : किशोर बुनकर (घाटोल)