जिले में समर्थन मूल्य पर सोयाबीन और उड़द की खरीद प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके लिए जिले में 7 सेंटर 1 नवंबर से शुरू कर दिए हैं, लेकिन जिले में समर्थन मूल्य पर जिंस बेचने में किसानों को रुझान नहीं दिख रहा है। बाजार में ज्यादा कीमत मिलने के कारण अब तक जिले से एक भी किसान ने समर्थन मूल्य पर फसल बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया है। इसके चलते समर्थन मूल्य खरीद सेंटर सुने पड़े हैं।
क्रय विक्रय सहकारी समिति के महाप्रबंधक सौमित्र मंगल बताया कि जिले में सहकारिता विभाग के माध्यम से राजफेड की ओर से 4300 रुपए प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य से सोयाबीन की खरीद की जाएगी। इसी तरह 6600 रुपए प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य से उड़द की खरीद की जाएगी। इसके लिए जिले के बारां, अंता, मांगरोल, अटरू, छबड़ा, छीपाबड़ौद, समरानियां में खरीद सेंटर स्थापित किए गए हैं, जिनका 1 नवम्बर से विधिवत शुभारंभ किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि खरीद केंद्र पर अब तक कोई रजिस्ट्रेशन नहीं होने के कारण एक भी किसान से खरीद नहीं हुई है।
किसानों का कहना है कि सोयाबीन का औसत बाजार भाव 4500 से 5800 रुपए प्रति क्विंटल तक मिल रहे हैं, जबकि जिले में पिछले दिनों हुई अतिवृष्टि के कारण उड़द की फसलें नष्ट हो गई। वहीं, समर्थन मूल्य पर माल बेचने के लिए काफी लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। मंडी भाव अच्छे मिलने के कारण किसानों का समर्थन मूल्य पर बेचने को लेकर रुझान नहीं दिख रहा है।
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.