राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के प्रदेशाध्यक्ष संपत सिंह व प्रदेश महामंत्री अरविंद व्यास ने शिक्षामंत्री व प्रमुख शासन सचिव को पत्र लिखकर स्कूलों में बच्चों के आधार व जन आधार प्रमाणीकरण करवाने के आदेश पर तत्काल रोक लगवाने की मांग की है। संगठन ने सरकार से मांग की है कि 17 मई तक परीक्षाएं व मूल्यांकन काम चल रहा है। ऐसे में प्रमाणीकरण कार्य पूरा करवाना संभव नहीं है। शिक्षकों ने शाला दर्पण पर बालकों के आधार व जनाधार का प्रमाणीकरण काम को रुकवाने का आदेश जारी कर राहत देने की मांग की है।
शिक्षक संघ राष्ट्रीय के जिलाध्यक्ष महावीर मीणा ने बताया कि स्कूलों में बच्चों का 11 मई से अवकाश घोषित होने से वह अपने अभिभावकों के साथ घूमने, अपने रिश्तेदारों से मिलने और धार्मिक यात्रा में चले गए हैं। ऐसे में बच्चों के आधार व जन आधार प्रमाणीकरण के लिए उनसे संपर्क ही नहीं हो पा रहा है। जिला सभाध्यक्ष रामकिशन नागर ने बताया कि कक्षा 1 से 5 के स्टूडेंट और अन्य कक्षाओं के सभी स्टूडेंट के लिए छात्रवृत्तियां व प्रोत्साहन योजनाएं नहीं रहती है। ऐसे में जिनको कोई लाभ नहीं मिलता है ऐसे बालकों के अभिभावक आधार व जन आधार कार्ड नहीं बनवाते हैं। ऐसे में जिनके पास आधार व जनआधार नंबर ही नहीं है, उनका प्रमाणीकरण करना असंभव है।
जिला उपसभाध्यक्ष छीतर लाल बैरवा ने बताया कि शाला दर्पण के अनुसार जन्म दिनांक, लिंग व नाम प्रमाणित करने से उस बच्चे के अस्पताल, ग्राम पंचायत अथवा नगर परिषद की ओर से जारी प्रमाण पत्र गलत हो सकता है और दर्पण में भी त्रुटि संभव है। कंप्यूटर ऑपरेटर के अभाव में मोबाइल से भरी सूचनाओं में स्पैलिंग व अन्य टाइपिंग त्रुटियां होना स्वाभाविक है। ऐसे में शाला दर्पण की सूचनाओं को पूर्णतया सही मानकर आधार व जन आधार में प्रमाणीकरण करना गलत हो सकता है।
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