छबड़ा विधायक ने विधानसभा में उठाया पेयजल का मुद्दा:बोले- शुद्धता की जांच के लिए लगी मशीनें खराब, लैब टेक्नीशियन भी नहीं

बारां4 महीने पहले
  • कॉपी लिंक
विधायक ने शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं कराने की उच्च स्तरीय जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। - Dainik Bhaskar
विधायक ने शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं कराने की उच्च स्तरीय जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

बारां जिले के छबड़ा विधानसभा क्षेत्र से विधायक और पूर्व मंत्री प्रताप सिंह सिंघवी ने विधानसभा में विशेष उल्लेख प्रस्ताव के जरिए पानी का मुद्दा उठाया। विधायक ने छबड़ा व छीपाबड़ौद क्षेत्र में ल्हासी पेयजल परियोजना से शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं कराए जाने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि छबड़ा विधानसभा क्षेत्र की पंचायत समिति छबड़ा व छीपाबड़ौद के लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराए जाने के लिए ल्हासी पेयजल परियोजना शुरू की गई है, लेकिन पानी की शुद्धता की जांच के लिए लैब में मशीनें ठीक प्रकार से काम नहीं कर रही है और न ही लैब टेक्नीशियन की व्यवस्था है, जिससे लोगों को मजबूर होकर मटमैला एवं गंदा पानी पीना पड़ रहा है।

विधायक ने कहा कि अधिकांश समय मशीनें खराब पड़ी रहती है और उनको समय पर ठीक नहीं कराया जाता है। संबंधित ठेकेदार की ओर से काफी अनियमितता व लापरवाही बरती जा रही है। पानी की शुद्धता की जांच के लिए यहां संसाधन नहीं होने के कारण सैंपल बाहर भेजे जाते हैं, जिसमें कई दिन लग जाते हैं। क्षेत्र के लोगों को शुद्ध पानी नहीं मिलने के कारण बीमारियां फैलने की संभावना बनी रहती है। इस परियोजना से शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं कराए जाने के संबंध में पुलिस थाना छबड़ा में 30 जून 2021 को मुकदमा दर्ज करवाया था। छबड़ा नगरपालिका अध्यक्ष कैलाश चंद जैन ने भी परिवाद दायर करवाया, लेकिन संबंधित विभाग व पुलिस की मिलीभगत होने के कारण अब तक कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई। विधायक सिंघवी ने शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं कराने की उच्च स्तरीय जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।