कोरोना काल के बाद पहली बार सैलानियों से स्वर्णनगरी (जैसलमेर) गुलजार हुई है। दीपावली के दिन से ही जैसलमेर में सैलानियों की संख्या बढ़ने लगी थी। हर ओर टूरिस्ट ही नजर आ रहे हैं। टूरिज्म से जुड़े कारोबारियों के चेहरे खिल उठे हैं। पिछले दो साल से मंदी की मार झेल रहे टूरिज्म को अब इन पर्यटकों के आने से अच्छे बिजनेस की उम्मीद है। ज्यादातर पर्यटक गुजरात से आए हैं। हफ्ताभर यह शहर गुजरातियों से आबाद रहेगा।
पर्यटन स्थलों पर लगी भीड़
जैसलमेर के पर्यटन स्थलों पर इन दिनों सैलानियों की भीड़ है। सबसे ज्यादा गुजरात से टूरिस्ट आ रहे हैं। सोनार किला, गड़िसर सरोवर,पटवा हवेली आदि स्थानों पर अच्छी-खासी भीड़ देखी जा रही है। होटल राधिका के अजय राहड़ इसको पर्यटन सिटी के लिए अच्छा संकेत बता रहे हैं। वे ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं अब कोरोना वापस न आए। मंदी की मार झेल रहे होटल वालों को कोरोना काल में जो नुकसान उठाना पड़ा है, उसकी भरपाई इस बार अच्छे सीजन से होने की उम्मीद है।
दीपावली पर घूमने निकलते हैं गुजराती
दो दिनों से गुजराती पर्यटकों का फ्लो बढ़ गया है। गुजरात से अपने परिवार के साथ आए धवल जोशी का कहना है कि दीपावली से गुजरात में छुट्टियां हो जाती हैं। लाभ पंचम तक हम लोग घूमने निकल जाते हैं। जैसलमेर को इंडिया का नंबर वन टूरिस्ट प्लेस मानते हैं। वे चार बार जैसलमेर आ चुके हैं। इस बार अपने परिजनों को भी साथ लेकर आए हैं।
उनके साथ अहमदाबाद, मुंबई और वापी से आए केतन भट्ट और जिग्नेश ओझा बताते हैं- देश में सब जगह घूमे हैं। जैसलमेर जैसी शांत और प्यारी जगह कहीं नहीं देखी। सोने जैसी पीलीनगरी और इसकी रेत यहां खींच लाई है। हम यहां रेत के टीलों पर कैमल राइडिंग करेंगे। साथ ही भारत-पाकिस्तान बॉर्डर स्थित तनोट माता मंदिर के दर्शन करेंगे। उनके परिवार की इच्छा है कि वे भारत-पाकिस्तान बॉर्डर भी देखें।
अहमदाबाद समेत 4 शहरों से आ रही फ्लाइट
31 अक्टूबर से अहमदाबाद समेत दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु व जयपुर की फ्लाइट्स भी शुरू हो गई है। फिलहाल गुजराती सैलानी आ रहे हैं और इनके बाद देश के अलग-अलग कोने से देसी पर्यटकों की आवाजाही बढ़ेगी। फ्लाइट सेवा ऑफ सीजन में बंद हो जाती है। हाल ही में स्पाइस जेट ने विंटर शेड्यूल जारी कर 31 अक्टूबर से सर्विस शुरू होने की घोषणा की थी।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.