शिक्षा से जोड़ने का विशेष अभियान:3 से 18 साल तक के बालक-बालिकाओं को शिक्षा से जोड़ने का विशेष अभियान शुरू

जैसलमेर2 वर्ष पहले
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राजकीय विद्यालयों में नामांकन वृद्धि, अनामांकित एवं ड्राॅप आउट बच्चों एवं कोविड-19 के कारण प्रवासी श्रमिक के बच्चों को विद्यालय से जोडने के लिए प्रवेशोत्सव अभियान को बड़े जोर शोर के साथ मनाए जाने के निर्देश राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद जयपुर से प्राप्त हुए है। इसी कड़ी में जिले में जन्म से 18 साल तक के सभी बालक-बालिकाओं को चिन्हित कर 3 से 18 आयु के बच्चो को उनकी आयु के अनुरूप आंगनबाड़ी एवं विद्यालयों से जोड़ने की विस्तृत कार्य योजना बनाकर विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएगी।

प्रवेशोत्सव कार्यक्रम के दौरान हाउस होल्ड सर्वे कर शिक्षा से वंचित बच्चों को चिन्हित कर विद्यालय से जोड़ने के साथ ही शाला दर्पण के सीआरसी माॅड्यूल पर प्रविष्टि कराई जानी है। मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी रामखिलाड़ी बैरवा ने बताया कि जिले के सभी आंगनवाड़ी एवं विद्यालय जाने योग्य आयु का कोई बालक-बालिका अनामांकित नहीं रहे इसका भरसक प्रयास किया जाएगा। जन्म से 18 साल के सभी बालक-बालिकाओं का रिकॉर्ड विद्यालय स्तर पर संधारित किया जाएगा।

सीडीईओ बैरवा ने बताया कि कोविड-19 के कारण अभी विद्यालयों में शिक्षण कार्य बंद है। अतः विद्यालयों में कार्यरत सभी कार्मिकों द्वारा हाउस होल्ड सर्वे कराया जा रहा है। बैरवा ने जिले के शिक्षा विभाग के अधिकारियों तथा कर्मचारियों को निर्देश दिए है कि शिक्षा से वंचित, अनामांकित, ड्राॅप आउट बच्चों को विद्यालय में नामांकित करवाया जाकर शिक्षा की वैकल्पिक व्यवस्था एवं ‘‘आओ घर से सीखे 2.0, स्माईल, शिक्षावाणी, शिक्षा दर्शन से शत-प्रतिशत जोड़ा जाएं। बैरवा ने यह भी निर्देश दिए है कि कोविड-19 की वैश्विक महामारी को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार, राज्य सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा सुरक्षा एवं स्वास्थ्य संबंधी दिशा निर्देशों की पालना भी अनिवार्य रूप से की जाएं।

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