स्वर्णनगरी विचार मंच के संयोजक महेश व्यास गोगा महाराज ने कलेक्टर को पत्र लिखकर पुरातन पेयजल स्रोत गड़ीसर तालाब की दुर्दशा पर चिंता व्यक्त की है। पत्र में बताया है कि ऐतिहासिक पेयजल स्रोत गड़ीसर तालाब किसी समय शहरवासियों की प्यास बुझाया करता था, लेकिन वर्तमान में यह तालाब अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है।
मंच द्वारा पूर्व में भी गड़ीसर तालाब की दुर्दशा को लेकर जिला प्रशासन को पत्र लिखे गए, लेकिन अभी तक भी कोई सुधार नहीं हो पा रहा है। पत्र में बताया कि तालाब के आगोर में स्वार्थी तत्व मलबा व कचरा डाल रहे हैं वही चारों और बबूल की झाड़ियां उग आई है। मंच ने सुझाव दिया है कि गड़ीसर तालाब में कचरा व मलबा फेकने वालों को पाबंद किया जाए। गड़ीसर में उग आई बबूल की झाड़ियों की कटाई करवाई जाए।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.