मेले हमारी संस्कृति व सभ्यता के प्रतीक: मानवेंद्रसिंह:शीतला सप्तमी पर कनाना में मेले का आयोजन, दो दर्जन गेर दलों ने पारंपरिक वेशभूषा में दी गेर नृत्य की प्रस्तुतियां

बाड़मेर11 दिन पहले
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बालोतरा . कनाना मेले में आयोजित धर्मसभा में मौजूद ग्रामीण। - Dainik Bhaskar
बालोतरा . कनाना मेले में आयोजित धर्मसभा में मौजूद ग्रामीण।

शहर सहित क्षेत्र में मंगलवार को शीतला सप्तमी का पर्व मनाया गया। घरों में मां शीतला की पूजा अर्चना कर सुख-समृद्धि व स्वस्थ जीवन की कामनाएं की गई। कनाना में शीतला माता मंदिर मेला मैदान में मेले का आयोजन हुआ। इसमें दो दर्जन से अधिक गेर दलों के नर्तकों ने पारंपरिक वेशभूषा के साथ ढोल-थाली की धुन पर गेर नृत्य की प्रस्तुति दी। गेरियों के डांडियों की खनक से हर कोई अभिभूत नजर आया। वहीं मेले में बच्चे, युवाओं व ग्रामीणों ने झूला झूलने, हाट बाजार में खरीदारी व घूमने का लुत्फ उठाया।

साथ ही बच्चों ने खिलौनों की खरीदारी के साथ झूलों का आनंद उठाया। मेलार्थियों ने शीतला माता मंदिर में दर्शन पूजन कर खुशहाली की कामनाएं की। माता से बच्चों में हाेने वाले अच्छबड़ा सहित अन्य चर्म बीमारियों से दूर रखने की कामना की। शीतला सप्तमी मेले की महत्ता को लेकर दिन भर हजारों की संख्या में मेलार्थी मेले में पहुंचते रहे। मेला आयोजन को लेकर सोमवार रात काे जागरण का आयोजन हुआ। गायकों ने सुमधुर भजनों की प्रस्तुतियां दी। वहीं मंगलवार अल सुबह से ही मेलार्थियों के पहुंचने का सिलसिला शुरु हुआ, जो बुधवार शाम तक जारी रहेगा।

पर्व पर घरों में शीतला माता को ठंडे भोजन का प्रसाद चढ़ाकर पूजा अर्चना की गई। परिवारजनों ने भी ठंडे भोजन का प्रसाद लिया। ग्राम पंचायत कनाना के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में गेर दलों ने प्रस्तुतियां दी। सुबह सूर्योदय के साथ ही निजी वाहनों, टैक्सी-टेंपों व बसों से लोग कनाना मेले पहुंचे। मेले में राज्य सैनिक कल्याण बोर्ड अध्यक्ष कर्नल मानवेंद्रसिंह जसोल, विधायक मदन प्रजापत, पूर्व मंत्री अमराराम चौधरी, प्रधान भगवतसिंह जसोल, नगर परिषद सभापति सुमित्रा जैन, कनाना सरपंच चैनकरण, देवंेद्रकरण सहित जनप्रतिनिधियों ने गेर नृत्य को सराहा।

दर्शन करने के बाद आयोजित सभा स्थल पर मेलार्थियों को संबोधित किया। कर्नल मानवेंद्रसिंह जसोल ने कहा कि मेलों की सदियों से चली आ रही परंपरा आज भी हमें एक-दूसरे से जोड़े हुए हैं। वर्तमान में हमारी संस्कृति व परंपरा को बचाए रखने का यह प्रमुख स्त्रोत हैं। उन्होंने सभी को होली पर्व की शुभकामनाएं दी। विधायक मदन प्रजापत ने कहा कि सदियों से चले आ रहे रावल श्री मल्लीनाथ पशु मेले में हर साल हजारों की संख्या में अलग-अलग राज्यों से व्यापारी व पशुपालक यहां पहुंचते हैं। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री गहलोत क्षेत्रवासियों को जिले की सौगात जरूर देंगे।

पूर्व मंत्री अमराराम चौधरी ने कहा कि मेले सद्भाव व भाईचारे के प्रतीक हैं। कार्यक्रम में एडीएम अश्विन के. पंवार, सरपंच संघ अध्यक्ष ईश्वरसिंह चौहान, भाजपा पचपदरा ब्लॉक अध्यक्ष डूंगरराम देवासी, पाटोदी प्रधान प्रतिनिधि जोगेंद्र प्रजापत, ठा. राजेंद्रकरण, कल्याणपुर पूर्व प्रधान हरिसिंह उमरलाई, बिठूजा सरपंच किशन देवासी, विकास अधिकारी महेशसिंह, अतिरिक्त विकास अधिकारी नारायणसिंह आशिया, माजीवाला सरपंच केवलसिंह राजपुरोहित, पूर्व सरपंच कुंपाराम पंवार, नेता प्रतिपक्ष महबूब खां सिंधी, कांग्रेस शहर ब्लॉक अध्यक्ष छगन जोगसन, ग्रामीण मंडल अध्यक्ष एडवोकेट विरमसिंह थोब, भवानीसिंह टापरा, कल्याणसिंह गोपड़ी, ग्राम विकास अधिकारी रतन सोनी सहित जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।

महिला की ढाई ताेला सोने की कंठी पार: मेले में जहां लोग आस्था व श्रद्धा के सैलाब में डूबे लुत्फ लेते नजर आए। वहीं इस बीच चोरों की गैंग भी सक्रिय नजर आई। चोरों ने एक बेवा महिला के गले में पहनी ढाई तोला सोने की कंठी चुरा ली। बेटे के साथ मेले में पहुंची बायतु निवासी महिला चोरी की घटना के बाद बदहवास नजर आई।

पंचायत समिति के ग्राम पंचायत भेडाणा में शीतला माता मंदिर स्थल पर सोमवार व मंगलवार को गेर नृत्य के साथ शीतला माता के मेले का आयोजन हुआ। शीतला माता के मेले में स्थानीय सहित गुड़ामालानी क्षेत्र कई गांवों के ग्रामीणों का जनसैलाब उमड़ पड़ा।

शीतला सप्तमी पर महिलाओं ने अपने घरों श्रद्धा के साथ शीतला माता की पूजन कर ठंडा भोजन का भोग लगाकर भोजन किया। शीतला माता के मेले में सुबह से लेकर शाम तक श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। जिला परिषद सदस्य देवाराम चौधरी ने बताया कि पिछले दो वर्षों से कोरोना की वजह से मेला स्थगित रहने से लोग मेले को लेकर उत्सुक थे। विशेषकर किसान वर्ग का इस शीतला माता मेले के प्रति विशेष दृष्टिकोण है।

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