बाड़मेर में मां अपनी तीन मासूम बेटियों को एक-एक करके टांके में डाल दिया इसके बाद खुद भी टांके में गिर गई। चारों की पानी में डूबने से मौत हो गई। पुलिस की जांच में सामने आया है कि रात को विवाहिता तीन बेटियों को नींद में उठाया। एक-एक करके टांके में डाल दिया। इस दौरान मां बेटे को साथ ले जाने लगी तो जाग गया। फिर मां को धक्का देकर भाग गया। मां ने फिर से पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन वह पकड़ में नहीं आया। इससे बेटे की जान बच गई।
घटना जिले के बायतु अकदड़ा इलाके की है। वहीं, पुलिस ने पीहर पक्ष की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर शवों का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है। अकदड़ा गांव में मृतका के परिवार में उसका पति कौशलाराम उर्फ कोहलाराम तीन बेटियां व बेटे ही रहते थे। मृतका के सास व ससुर कौशलाराम के छोटे भाई के साथ रहते हैं।
गुरुवार रात को घर के आंगन में मां जस्सीदेवी, पति कौशलाराम, बेटा कैलाश और तीन मासूम बेटियां सभी अलग-अलग खाट पर सो रहे थे। विवाहिता शुक्रवार सुबह के 4 बजे उठी। मासूम बेटियों को को पहले टांके में डाला, इसके बाद 9 वर्षीय बेटे कैलाश को भी पकड़ टांके पर ले गई। बेटा जाग गया। बेटे को टांके में डालने के लिए मां उसे पकड़ने लगी तो बेटा मां को धक्का देकर भाग गया। मां ने पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन लड़का ढाणी के चारों और चक्कर काटने लगा। इस पर जस्सीदेवी को लगा कि कोई जाग जाएगा। फिर घर से करीब 200 मीटर दूर जाकर रिश्तेदार के टांके में जाकर कूद गई। कैलाश पिता के पास आकर सो गया।
शराब के नशे में करता था मारपीट
बायतु थानाधिकारी ललित कुमार के मुताबिक विवाहिता के परिजनों ने रिपोर्ट देकर बताया कि जस्सी को पति शराब के नशे में हमेशा परेशान करता था। बार-बार दहेज लाने की मांग करते हुए शराब पीने के बाद कई बार मारपीट की। विवाहिता ने परिजनों को कई बार विवाहिता ने उसके परिजनों को मारपीट करने के बारे में बताया, लेकिन वो परिवार टूटे नहीं इसके लिए अत्याचार सहन करती रही। गुरुवार रात को पति ने मारपीट की। इसके बाद दहेज प्रताड़ना व मारपीट की वजह से जस्सीदेवी ने टांके में कूद आत्महत्या कर ली। पुलिस ने 498 और 306 में मामला दर्ज कर लिया है। जांच शुरू कर दी है।
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