बाड़मेर जिले को अब टूरिज्म को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वन विभाग लगातार प्रयासरत है। जूना बाहड़मेर में वाटिका प्रस्तावित होने के बाद अब वन विभाग जोधपुर रोड पर स्थित जसदेर तालाब की सुरक्षा के साथ पुनरुद्धार कर विकसित करेगा। यहां तालाब को व्यवस्थित करने के साथ-साथ हजारों पौधे रोपित किए जाएंगे। साथ ही तालाब क्षेत्र में हुए अतिक्रमण को भी हटाया जाएगा। इसके लिए वन विभाग ने डीपीआर तैयार कर सरकार को भेजी है, स्वीकृति मिलने पर काम शुरू किया जाएगा। विकास के लिए खर्च होने वाले बजट में लिग्नाइट क्षेत्र में काम कर रही कंपनी भी सहयोग करेगी। जसदेर धाम एक दर्शनीय स्थल है, तालाब व क्षेत्र विकसित होने पर पर्यटन को पंख लग जाएंगे।
दरअसल, जसदेर शहर का सबसे खूबसूरत तालाब है। धरोहर के संरक्षण को लेकर प्रशासनिक स्तर पर प्रयास नहीं हो रहे थे। ऐसी स्थिति में आरटीआई कार्यकर्ता ने एनजीटी में याचिका दायर की। उसके निर्णय के बाद वन विभाग ने तालाब के पुनरुद्धार को लेकर प्रयास शुरू किए। वन विभाग ने वृक्षारोपण के साथ सुरक्षा को लेकर डीपीआर तैयार की गई है। जिसके तहत जल्द काम शुरू होगा। जसदेर तालाब सुरक्षा एवं पुनरुद्धार कार्य किया जाएगा। जिसके लिए प्रथम चरण में अतिक्रमण हटाने के बाद वृक्षारोपण कार्य किया जाएगा। इसके लिए 50 फीसदी राशि 25 लाख 85 हजार रुपए वन विभाग ने मांग की गई है। आगामी वर्षा ऋतु में वृक्षारोपण किया जाएगा।
हाइट में बनेगी सड़क, वॉच के लिए बनेगा झौंपा
पौधारोपण के लिए तालाब के पास ऊंचाई में वॉच के लिए एक झौंपा बनाया जाएगा। वहां पहुंचने के लिए हाईट में सड़क भी बनेगी। ऐसे में यहां पहुंचने वाले लोग तालाब को ऊंचाई से देख सकेंगे।
वन विभाग का प्रोजेक्ट, छह साल करेगा देखरेख
जसदेर तालाब पर वन विभाग 15 हैक्टेयर में वृक्षारोपण का प्लांटेशन करेगा। इसके लिए विभाग ने पूरी तैयार कर ली है। साथ ही वृक्षारोपण के बाद चारों तरफ फेंसिंग की जाएगी। इसके अलावा पौधो की सुरक्षा के लिए छह साल विभाग पैसे खर्च करेगा। शहर में पर्यावरण बचाव को लेकर यह बड़ा कदम होगा। यहां आठ हजार पौधे लगाए जाएंगे।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.