सितंबर में मानसून की मेहरबान होने से किसान बहुत खुश है। अब तक के इन 23 दिनों में 18 दिन बारिश के रहे है। 135 एमएम बारिश रिकार्ड की गई। गुरुवार को भी बाड़मेर जिले के रामसर, शिव, गडरारोड व चौहटन इलाके में एक-एक इंच बारिश हुई। खेत-खलिहान पानी से भर गए। नदी और नाले बहे।
पिछले कई दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के बाद एक माह पहले जहां कुछ नहीं था वहां भी अब हरियाली नजर आने लगी है। बाजरे की फसल अब सिट्टा ले रही है। ऐसे में किसानों को भी उम्मीद जगी है कि जाते-जाते मानसून के मेहरबान होने से अकाल को भी सुकाल में बदल दिया। शिव इलाके में अच्छी बारिश के बाद रोहिली नदी में भी पानी की आवक हुई है।
गुरुवार को बाड़मेर जिले के रामसर में 30, बायतु में 17, शिव में 38, गडरारोड में 20, चौहटन में 26 और धोरीमन्ना में 20 एमएम बारिश रिकार्ड की गई। शाम 5 बजे भी रामसर, गडरारोड, शिव और चौहटन इलाके में बारिश हुई। तेज बारिश के बाद रामसर इलाके में खेतों में पानी भर गया।
सोनिया चैनल में बनी दर्जनों बेरियों के ऊपर तक पानी भर गया। नजारा ऐसा लग रहा है मानो यहां बेरियां नहीं कोई तालाब हो। पिछले कई दिनों से बॉर्डर इलाके के इन गांवों में मूसलाधार बारिश हो रही है। चौहटन इलाके में भी पहाड़ों से आए नदी-नालों की वजह से फसलें बर्बाद हो गई। शुक्रवार को फिर जिले के कई इलाकों में बारिश की संभावना है।
आगे क्या- तीन अक्टूबर तक सक्रिय रहेगा मानसून
माैसम विभाग के मुताबिक सक्रिय हुआ मानसून सितंबर ही नहीं अक्टूबर के पहले सप्ताह तक रहेगा। शुक्रवार को भी जिले में तेज बारिश की संभावना है। गुरुवार को अधिकतम पारा 34.5 और न्यूनतम 25.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
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