बाड़मेर में बजरी दरों को लेकर पॉलिटिक्स शुरू हो गई है। आरएलपी 15 दिनों से आंदोलन कर रही है। वहीं, कांग्रेस-बीजेपी ने सर्व समाज के साथ आंदोलन शुरू कर दिया है। कांग्रेस जिला प्रमुख के नेतृत्व में रविवार को बालोतरा एडीएम ऑफिस के बाहर शुरू हुए धरने में सभी राजनीतिक दलों के जनप्रतिनिधि शामिल हुए। बालोतरा में चल रहे दोनों आंदोलन का मकसद एक ही बजरी की दरों को कम किया जाए। रविवार देर शाम बजरी लीजधारक रमन सेठी कंपनी के प्रतिनिधि के साथ जिला प्रमुख व विधायक की अगुवाई में एडीएम ऑफिस में वार्ता हुई, लेकिन दर को लेकर सहमति नहीं बन पाई। सोमवार को मंत्री हेमाराम चौधरी, पूर्व मंत्री एवं विधायक हरीश चौधरी भी धरने पर पहुंचे। एडीएम ऑफिस में ठेकेदार प्रतिनिधि के साथ वार्ता फिर से शुरू हुई है। बजरी दरों की दरे 400 रुपए करने व ट्रेक्टर ट्रोली की दरे 300 रुपए करने पर सहमति बन गई और धरना समाप्त हो गया।
दरअसल, बजरी दरों को लेकर 25 सितंबर को आरएलपी, कांग्रेस और बीजेपी ने सर्वसमाज के बैनर तले धरना दिया था। उस दिन प्रशासन ने 15 दिन में बजरी दरों सहित मांगों पर सरकार से बात करने का कहा था। इस पर सर्व समाज ने धरना समाप्त कर दिया था। लेकिन 15 दिन से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी बजरी दरें कम नहीं की गई। 15 दिन पहले आरएलपी कार्यकर्ताओं ने बालोतरा डाक बंगले के आगे अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। इस दौरान आरएलपी ने दीवाली भी सड़क पर मनाई। तीन दिन पहले जिला प्रमुख महेंद्र चौधरी के नेतृत्व में बीजेपी व जनप्रतिनिधियों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर अनिश्चितकालीन धरने का ऐलान किया। शनिवार को आरएलपी ने कलेक्ट्रेट का घेराव कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।
एडीएम ऑफिस के बाहर रविवार को जिला प्रमुख महेंद्र चौधरी की अगुवाई में सर्वसमाज की ओर से एडीएम ऑफिस बालोतरा में अनिश्चितकालीन धरना शुरू किय। धरने को संबोधित करते विधायक मदन प्रजापत ने कहा बजरी की महंगी दरों को लेकर आम आदमी की हालात खराब है। लोगों के बीपीएल, आवास, टांका सहित तमाम तरह के निर्माण कार्य अटके हुए है। बजरी की वाजिब दर करवाने को लेकर सरकार तक मांग रखी गई है। जब तक मांग पूरी नहीं की जाएगी तब तक सघर्ष जारी रहेगा।
जिला प्रमुख ने कहा कि बजरी दरें कम करने के लिए 25 सितंबर को महापड़ाव में प्रशासन व सरकार के समक्ष बात रखी गई थी जिस पर 15 दिन के दिए गए अल्टीमेंटम में दरें कम नहीं करने पर मजबूरन जनता को धरने में बैठना पड़ रहा है। बजरी की रेट कम नहीं की गई तो सड़क पर उतरना पड़ेगा तो भी पीछे नहीं हटेंगे।
रालोपा के प्रदेश महामंत्री उम्मेदाराम बेनीवाल ने कहा आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी-कांग्रेस का जो आंतरिक गठबंधन चल रहा था अब खुला सड़कों पर आ गया हैं बजरी को लेकर दोनों पार्टियों ने सर्वसमाज का चोला ओढ़कर पूरी ताकत लगाई लेकिन लोगों का समर्थन नहीं जुटा पाई। जनता इनकी नीतियों को बखूबी समझ चुकी हैं। दोनों पार्टियां सिर्फ बजरी के नाम पर भ्रमित कर रही हैं।आरएलपी 15 दिन से बजरी की मन माफिक लूट से आमजनता को राहत दिलाने के लिए सड़कों पर संघर्ष कर रही है।
लीज धारक के प्रतिनिधि व सर्व समाज के बीच हुई वार्ता
रविवार देर शाम को एडीएम ऑफिस में एसडीएम विवेक व्यास की मौजूदगी में जिला प्रमुख महेंद्र चौधरी व पचपदरा विधायक मदन प्रजापत की अगुवाई में बजरी लीधधारक रमन सेठी कंपनी के प्रतिनिधि नरेंद्रसिंह शेखावत के साथ वार्ता हुई। जिला प्रमुख महेंद्र चौधरी, विधायक मदन प्रजापत, सिवाना प्रधान मुकनसिंह राजपुरोहित, पूर्व प्रधान रशीदा बानो, आकड़ली सरपंच रईसदान चारण सहित जनप्रतिनिधि मौजूदगी में कंपनी प्रतिनिधि से वार्ता हुई। लेकिन दर को लेकर पूरी तरह सहमति नहीं बन पाई। जानकारी के अनुसार कंपनी प्रतिनिधि ने दो दिन में दरें कम करने के संबंध में उच्च स्तरीय वार्ता कर अपनी बात रखने का हवाला दिया है। वहीं सरकार से उच्च स्तरीय वार्ता का दौर जारी है, एक-दो दिन में दर कम करने की स्थिति स्पष्ट होने का अंदेशा है।
यह रहे मौजूद
धरना स्थल पर प्रधान भगवतसिंह जसोल, सिणधरी प्रधान प्रतनिधि पूनमाराम, पायला कलां, प्रधान चुन्नीलाल माचरा, सिवाना प्रधान मुकनसिंह राजपुरोहित, लक्ष्मणाराम डेल, आकड़ली सरपंच रईसदान चारण ने संबोधित किया। इस अवसर पर जिला परिषद सदस्य खेराजराम हुड्डा, दौलतराम गोदारा, नेता प्रतिपक्ष महबूब खान सिंधी, पाटौदी सरपंच संघ ब्लॉक अध्यक्ष अयूब खान, मंडापुरा सरपंच डालाराम प्रजापत, पंचायत समिति सदस्य ठाकराराम गोदारा, पारलू सरपंच मगनाराम पटेल, भंवरलाल बेनीवाल, कल्याणसिह गोपड़ी, भैरुलाल नामा सहित बाड़मेर जिला इलाके के जनप्रतिनिधि व ग्रामीण मौजूद रहे।
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