30 गांवों की 30 बच्चियों को फर्स्ट बर्थडे पर तोहफा:बनाया बेटी बचाओं की ब्रांड एंबेसडर, 6 लाख रुपए की सम्मान राशि की भेंट

बाड़मेर4 महीने पहले
  • कॉपी लिंक
बाड़मेर बेटियों के फर्स्ट जन्मदिन पर दिया तोहफा करवाई 20 हजार रुपए की एफडी। - Dainik Bhaskar
बाड़मेर बेटियों के फर्स्ट जन्मदिन पर दिया तोहफा करवाई 20 हजार रुपए की एफडी।

पश्चिमी राजस्थान में एक समय था बेटी होना अभिशाप से कम नहीं था। लेकिन अब बाड़मेर की ही बेटी बेटी के जन्म को व बेटी की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए जिले की 30 गांवों की 30 बेटियों को बेटी बचाओं की ब्रांड एंबेसडर प्रेरक बनाने के लिए बनाया है। जिला स्तरीय प्रोत्साहन व सम्मान प्रोग्राम क्राफ्ट सेंटर बलदेव नगर में आयोजित हुआ। जिला कलेक्टर लोकबंधु ने रक्षा योजना में चयनित बच्चियों की सूची प्रशासन को उपलबध कराएं इससे ये बच्चियां अन्य सरकार योजना से भी लाभान्वित हो सकें।

दरअसल, बाड़मेर जिले की 30 मासूम बेटियों को पहले जन्मदिन पर तोहफा देने की पहल करते हुए हर बेटी के नाम 20-20 हजार रुपए की एफडी करवाई गई है। इस मुहिम से यूएनए से आए अतुल कुमार भी जुड़े है। उन्होंने अपनी 16 साल की बेटी खोने के बाद बेटियों की मदद करने की पहल शुरू की है। चयनित 30 बेटियों के नाम से बैंक में एफडी करवाई गई इसके बाद सुकन्या समृद्धि योजना से पॉलिसी भी करवाएंगे। बेटियों गांव की ब्रांड एंबेसडर बनने से लोगों की सोच बदलने के साथ बेटियों में आगे बढ़ने की हिम्मत का हौसला बढ़ेगा।

जिले के 30 अलग-अलग गांवों की 30 बेटियों का किया गया चयन।
जिले के 30 अलग-अलग गांवों की 30 बेटियों का किया गया चयन।

अतुल कुमार पटेल बोले- भ्रूणहत्या निंदनीय कृत्य

कार्यक्रम समन्वयक अतुल कुमार पटेल ने कहा की रूमा देवी की रक्षा योजना बेटी बचाओ के क्षेत्र मे सरहानीय व क्रांतिकारी पहल है। वे खुद को सौभाग्यशाली समझते हैं की वे बेटी बचाओ की इस पहल के साक्षी बन सके। उन्होंने चयनित बेटियों के माता-पिता से कहा की आपकी बेटी मदर टेरेसा, इंदिरा गांधी अथवा रूमा देवी भी बन सकती हैं। इसके लिए बेटी को शिक्षा देना जरूरी है । उन्होंने कहा कि उनकी पहली संतान बेटी थी, कार एक्सीडेंट में उसकी मौत हो गई बेटी के रूप में मिला आशीर्वाद भगवान के वापस लेने पर बहुत दुख हुआ। उन्होने कहा कि गर्भ की जांच कर भ्रूणहत्या करना निंदनीय कृत्य है।

राष्ट्रपति अवार्ड से सम्मानित रूमादेवी बोली-बेटा-बेटी दोनों एक समान

रूमा देवी ने योजना की जानकारी देते हुए कहा कि इस रक्षा योजना (बेटी बचाओ) के तहत विपरीत हालतो को झेल रही 30 गांवों की 30 नन्हीं बेटियां बेटी बचाओ के ब्रांड एंबेसडर बनी है ये प्रसन्नता की बात है। यह बेटियां अपने जन्म के पहले ही वर्ष में इतना बड़ा सम्मान प्राप्त कर रही हैं। मां के लिए बेटे-बेटी दोनों बराबर होते हैं। उन्होंने कहा की वे दुनिया घूमी है लेकिन गांव में आकर लगता है कि बेटियों के सम्मान के लिए अब भी ओर काम करना है। चयनित बच्चियों को बीस बीस हजार की सम्मान राशि के साथ भेंट दिए गए पौधे उनके भाई की तरह है उनकी उन्हे देखभाल करनी है, राखी बांधनी है तथा हर जन्मदिन पर एक नया पौधा भी लगाना हैं। उन्होंने ये भी कहा की महिलाएं अपने हुनर पर विश्वास करें तथा खड़ी रहे, अड़ी रहें।

यह रहे मौजूद

इस दौरान जिला कलेक्टर लोकबंधु, जिला परियोजना प्रबंधक राजीविका बाड़मेर नरपत सिंह, के. डी. माली, सीता देवी, उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग प्रहलाद सिंह, व्यवस्थापक राजकीय बालिका छात्रावास तारा चौधरी, रक्षा योजना के सहयोगी अतुल कुमार पटेल, स्वाति चारण छात्रसंघ अध्यक्ष एम. बी. सी. कन्या महाविध्यालय बाड़मेर, अनुराधा धर्मपत्नी हेमंत कुमार 25 एमएम जसाई, डॉ.तन्वी धर्मपत्नी कर्नल ध्रुव अब्रोल 13 गार्ड्स जलीपा, श्रीमति गायत्री देवी सहित चयनित बच्चियों के अभिभावकों की उपस्थिति मे कार्यक्रम का आयोजन हुआ। रक्षा योजना में गुडामलानी से 4, चौहटन से 6, धनाऊ से 1, पंचपदरा से 3, बायतु से 3, रामसर से 1, शिव से 2, गडरा रोड से 1, सिवाना से 3 व बाड़मेर से 6 बच्चियों का चयन किया गया।