मनमानी बजरी दरों के विरोध में आरएलपी का आंदोलन:RLP नेता बोले- आंदोलन को करेंगे तेज, सांसद हनुमान बेनीवाल आएंगे बाड़मेर

बाड़मेर5 महीने पहले
  • कॉपी लिंक
आरएलपी बजरी की दरों को कम करने को लेकर आंदोलन 10 वे दिन भी जारी।

बालोतरा में मनमानी बजरी दरों व गुंडागर्दी के विरोध में आरएलपी का आंदोलन 10वें दिन भी जारी रहा। आरएलपी ने धरना स्थल से एसडीएम ऑफिस तक पैदल हाथ में तख्तियां लिए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आरएलपी नेता का कहना है कि प्रदेश की सरकार ने ठेकेदारों के हाथों जनता को लूटने के लिए छोड़ दिया। लेकिन आरएलपी जनता को ऐसे लूटने नहीं देंगे। जब तक बजरी की दरों को कम नहीं की जाएगी यह आंदोलन चलता रहेगा। वहीं आगामी दिनों में आरएलपी सुप्रीमों हनुमान बेनीवाल आंदोलन में शामिल होने पहुंचेगे। सरकार को हमारी मांगों के आगे झुकना पड़ेगा।

आरएलपी नेता बोले- सरकार हमारी मांगे नहीं मानेगी तब तक यह आंदोलन चलता रहेगा।
आरएलपी नेता बोले- सरकार हमारी मांगे नहीं मानेगी तब तक यह आंदोलन चलता रहेगा।

बाड़मेर आरएलपी के नेतृत्व में चल रहा धरना दीपावली के दिन भी जारी रहा। वहीं धरना स्थल पर रात के समय में भजन कीर्तन किए जाते है। वहीं सद्बुद्धि यज्ञ भी करवाया गया है। 10 दिनों से चल रहे धरने के दौरान दो बार बालोतरा प्रशासन से वार्ता हुई लेकिन वार्ता बेनतीजा रही है। आरएलपी नेताओं का आरोप है कि सरकार ठेकेदार की मनमानी को रोक नहीं रही है और न ही बजरी की दरों को कम कर रही है। लेकिन अब जनता को लूटने के लिए नहीं छोड़ सकते है।

आरएलपी नेता उम्मेदाराम बेनीवाल का कहना है कि सरकार जब तक बजरी की दरें कम नहीं करेगी तब तक धरना जारी रहेगा। आरएलपी आगामी दिनों में आंदालेन तेज करने की रूपरेखा तैयार कर रही है। सरकार समय रहते बजरी की दरों को कम कर अन्यथा मजबूरन आंदोलन तेज करने पड़ेगा। सरकार को हमारी मांगों के आगे झुकना ही पड़ेगा।

लोगों में भय का माहौल

सुप्रीम कोर्ट की रोक हटने के बाद बाड़मेर जिले के पचपदरा, समदड़ी इलाके में 1 सितंबर से वैध बजरी खनन शुरू हुआ। लेकिन ठेकेदार द्वारा मनमाने तरीके से 550 रुपए प्रति मीट्रिक टन से रुपए वसूल रहे है। अवैध खनन से शुरू हुआ बजरी माफिया व रॉयल्टी कार्मिकों का विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। आए दिन मारपीट, तोड़फोड़, आग लगाने, फायरिंग जैसी घटनाएं हो रही है। एक तरफ जनता को लूटने का काम किया जा रहा है तो दूसरी तरफ स्थानीय लोगों में गुंडागर्दी की वजह से भय का माहौल है।