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उपखंड मुख्यालय सेड़वा पर आरआर महाविद्यालय पिछले 6 वर्ष से एवं आरआर टीटी कॉलेज पिछले 3 वर्ष से संचालित हो रही है। दोनों कॉलेजों में कुल 237 छात्र-छात्राओं का नामांकन भी है। दोनों कॉलेजों के लिए भवन के नाम पर एक भी कमरा बना हुआ नहीं है। लेकिन यूनिवर्सिटी ने नियमों को ताक पर रखकर कॉलेज भवनों का भौतिक सत्यापन करते हुए मान्यता भी जारी कर दी।
कॉलेजों में अध्ययनरत छात्र-छात्राएं अब अध्यापन कार्य को लेकर कभी इधर तो कभी उधर भवनों की तलाश में घूमते नजर आ रहे हैं। दोनों कॉलेज केवल कागजों में ही संचालित हो रही है। चौंकाने वाली बात यह है कि आरआर महाविद्यालय के पास भवन के नाम पर एक भी कमरा नहीं है लेकिन यूनिवर्सिटी के द्वारा नियमों को ताक पर रखकर 20 भवनों का भौतिक सत्यापन कर मान्यता जारी कर दी।
आरआरटीटी कॉलेज की मान्यता 2 वर्षीय बीएड के लिए एनसीटीई दिल्ली द्वारा भौतिक सत्यापन कर मान्यता जारी की। लेकिन बीएड कॉलेज के सेड़वा उपखंड मुख्यालय पर कोई अस्तित्व भी नहीं है। कॉलेज में अध्ययनरत विद्यार्थियों को मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर चौहटन स्थित मां वांकल मालाणी महाविद्यालय आने के लिए बाध्य किया जाता है। चौहटन नहीं आने पर पैसों की डिमांड की जाती है तथा विद्यार्थियों को अनावश्यक रूप से परेशान किया जाता है।
इसी कॉलेज के छात्र हिंदूराम वाघेला एवं सोहनलाल विश्नोई ने बाड़मेर जिला कलेक्टर को शिकायत कर कॉलेज की अनियमितताओं के बारे में अवगत करवाया। इस पर जिला कलेक्टर ने उपखंड अधिकारी सेड़वा को महाविद्यालयों के भौतिक सत्यापन कर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
इस पर उपखंड अधिकारी ने सेड़वा तहसीलदार एवं पटवारी से भौतिक सत्यापन कर मौका रिपोर्ट तैयार करवाई, इससे यह ज्ञात हुआ कि सेड़वा उपखंड मुख्यालय पर महाविद्यालय का कार्यालय तक संचालित नहीं होना पाया गया तथा यूनिवर्सिटी द्वारा नियमों को ताक पर रखकर मान्यता जारी कर दी गई एवं कॉलेज भवनों का भौतिक सत्यापन भी किया जाना बताया। सेड़वा में आर आर महाविद्यालय एवं आरआरटीटी कॉलेज के नाम से कोई साइन बोर्ड तक भी नहीं पाया गया। ऐसे में विद्यार्थियों के साथ धोखा किया जा रहा है। कॉलेज संचालक जगदीश विश्नोई के खिलाफ महाविद्यालय के कोषाध्यक्ष द्वारा मामला भी दर्ज करवाया गया तथा विद्यार्थियों के द्वारा शिकायतें भी यूनिवर्सिटी में की गई।
अनुपस्थिति दिखा नाम पृथक की धमकी दी
मैंने वर्ष 2020 में पीटीईटी की परीक्षा दी थी। इससे मेरा चयन हुआ तथा मेरे द्वारा ऑनलाइन आवेदन करने पर आरआरटीटी कॉलेज सेड़वा आवंटन हुआ। वर्तमान में आरआरटीटी कॉलेज से बीएड कर रहा हूं। लेकिन मेरे को अध्यापन के लिए चौहटन आने का बोला तथा नहीं आने पर अनुपस्थिति दिखाकर नाम पृथक करने की धमकी संचालक जगदीश विश्नोई द्वारा दी गई। मैं चौहटन आना जाना नहीं कर सकता। सेड़वा में कॉलेज नहीं है। मेरे साथ धोखा किया गया। कॉलेज संचालक के खिलाफ कार्यवाही की जानी चाहिए।
-हिंदूराम वाघेला, बीएड छात्र आरआर टीटी कॉलेज, सेड़वा
विद्यार्थियों के साथ धोखा किया जा रहा है
मैंने बीए की डिग्री प्राप्त करने के लिए 2019-20 में आरआर महाविद्यालय की सेड़वा ऑफिस में दस्तावेज जमा करवाकर प्रवेश लिया। हमें नियमित क्लास संचालन का भरोसा दिलाया गया लेकिन कुछ समय बाद ऑफिस बंद कर दिया गया। फोन पर संपर्क करने पर चौहटन आने को कहा गया तथा नहीं आने पर धमकाया गया और कहा कि चौहटन नहीं आना है तो अतिरिक्त फीस देनी होगी। अब मजबूरन चौहटन जाना पड़ता है। मेरे जैसे कई विद्यार्थियों के साथ धोखा किया गया। कॉलेज संचालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर हमें न्याय दिलाया जाए।
-सोहनलाल विश्नोई, छात्र, बीए द्वितीय वर्ष
मुख्यालय पर इस नाम का काेई काॅलेज नहीं
एसडीएम सेड़वा के निर्देशानुसार आरआर महाविद्यालय व आरआर टीटी कॉलेज के भवन एवं कॉलेज संचालन की भौतिक स्थिति का सत्यापन पटवारी व मेरे द्वारा किया गया। उक्त कॉलेजों के विद्यार्थियों से भी जानकारी चाही गई, लेकिन इस नाम से कोई कॉलेज सेड़वा में संचालित नहीं हो रही है। इस संबंध में मेरे द्वारा पूरी जांच रिपोर्ट तैयार कर उपखंड अधिकारी को प्रस्तुत कर दी गई है।
-मानाराम मेघवाल, तहसीलदार सेड़वा।
पॉजिटिव- कुछ रचनात्मक तथा सामाजिक कार्यों में आपका अधिकतर समय व्यतीत होगा। मीडिया तथा संपर्क सूत्रों संबंधी गतिविधियों में अपना विशेष ध्यान केंद्रित रखें, आपको कोई महत्वपूर्ण सूचना मिल सकती हैं। अनुभव...
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