साइबर ठगों ने एक बार फिर भरतपुर के बयाना कस्बे में रहने वाले दो लोगों को अपने जाल में फंसा लिया। अब साइबर ठग इतने हाईटेक हो गए हैं की वे बिना UPI नंबर पूछे और बिना OTP पूछे फोन से रुपये पार कर लेते हैं। गुरुवार को भी साइबर ठगों ने एक व्यक्ति को लोन देने का झांसा देकर और दूसरे को अपनी बातों में फंसा कर ठगी कर ली।
बिना OTP बिना UPI पूछे पार किये 35 हजार
अगावली गांव स्थित शिवालिक सिलिका क्रेशर के मैनेजर जीएस हाड़ा के पास एक फोन आया। फोन करने वाले व्यक्ति ने जीएस हाड़ा से उनका परिचित बनकर बात की, फोन करने वाले व्यक्ति ने कहा की वह उनके पे-टी-एम पर 20 हजार रुपये डाल रहा है। इसलिए वह उसे अपना पे-टी-एम नंबर दे। मैनेजर ने अपना नंबर न देकर क्रेशर के स्टोर ऋषि शर्मा का नंबर ठग को दे दिया। कुछ देर बाद ठग ने ऋषि शर्मा को फोन किया। ठग ने ऋषि शर्मा से फोन-पे खोलने को कहा, ठग बिना UPI पिन पूछे बिना OTP पूछे ऋषि शर्मा के अकाउंट से चार बार लगातार ट्रांजेक्शन कर 35 हजार रुपये निकाल लिए।
लोन देने का झांसा देकर निकाले 27 हजार
पदावली गांव के रहने वाले समय सिंह धाकड़ के पास 8 जनवरी को उसके फेसबुक पर एक फ्रेंड रिक्वेस्ट आई। समय सिंह ने व्यक्ति की फ्रेंड रिक्वेस्ट आक्सेप्ट कर ली। कुछ देर बाद उसके पास एक फोन आया जिसमें एक व्यक्ति ने समय सिंह को काम ब्याज पर लोन देने की बात कही। समय सिंह 5 प्रतिशत की दर से 2 लाख रुपये का लोन लेने के लिए तैयार हो गया। ठगों से समय सिंह से उसका फोटो, आधार कार्ड, बैंक का खाता, पैन कार्ड व्हाट्सएप्प से सेंड करवा लिया। ठगों ने लोन अप्रूवल का एक लेटर समय सिंह को भेज दिया। ठगों ने समय सिंह से लोन अप्रूवल की फीस के 4 बार में 27 हजार रुपये अपने अकाउंट में डलवा लिए। ठग समय सिंह से और पैसे डालने की मांग करते रहे लेकिन समय सिंह 27 हजार रुपये डालने के बाद समझ गया की उसके साथ ठगी हो चुकी है। जिस पर समय सिंह ने ठगों से पैसे मांगे तो उन्होंने पैसे लौटाने से मना कर दिया। जिसके बाद समय सिंह बयाना थाने पहुंचा और पुलिस को शिकायत दी, पुलिस साइबर सेल से ठगों के नंबर का पता लगाया तो उनकी लोकेशन असम बताई।
रिपोर्ट- महेश शर्मा, बयाना, भरतपुर
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