पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
17 हजार रुपए की रिश्वत लेते ट्रेप हुए डीग पंचायत समिति में ग्राम विकास अधिकारी कीर्ति कुमार जोशी ने एसीबी के सामने खुद को बचाने की हर कोशिश की। उससे जवाब तलब किया तो वह रिश्वत लेने से साफ मुकर गया था। सफाई देते हुए बोला “रिश्वत नहीं मांगी, यह तो ऑडिट टीम के खर्चे-पानी के लिए 17 हजार रुपए लिए हैं।” साथ ही कार्रवाई की भनक लगते ही पूरी ऑडिट टीम के मोबाइल स्विच ऑफ हो गए। ऐसे में एसीबी को प्रधान का दफ्तर सील करना पड़ा।
यह बात एसीबी की ओर से कोर्ट में पेश चार्जशीट में सामने आई है। एसीबी ने दो महीने पहले डीग पंचायत समिति में ग्राम विकास अधिकारी कीर्ति कुमार जोशी को 17 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा था। शिकायतकर्ता का इशारा मिलने पर एडिशनल एसपी महेश मीणा आरोपी के पास पहुंचे। अपना परिचय देकर आरोपी से रिश्वत में 17 हजार रुपए लिए जाने के बारे में पूछा। इस पर बड़ी मासूम सफाई देते हुए विकास अधिकारी ने कहा कि ग्राम पंचायत शीशवाड़ा की ऑडिट चल रही है।
ऑडिट टीम के खर्चे-पानी के लिए 17 हजार रुपए तत्कालीन सरपंच के प्रतिनिधि से लिए हैं। मैंने इनसे कोई रिश्वत नहीं मांगी, ना ही कल 10 हजार लिए। दूसरी ओर सत्यापन की रिकॉर्डिंग से साफ था कि आरोपी ने ऑडिट में कमी और रिकवरी नहीं निकलवाने के लिए 40 हजार रुपए मांगे थे। बाद में 27 हजार रुपए पर सहमत हो गया और 10 हजार रुपए उसी वक्त ले लिए थे।
जिला परिषद से आई टीम पंचायत समिति प्रधान के ऑफिस में बैठ कर ऑडिट का काम करती थी। ट्रेप की कार्रवाई के दौरान पंचायत का रिकॉर्ड भी जब्त किया जाना था। ऐसे में एसीबी टीम प्रधान कार्यालय पहुंची। तो वहां ताला लगा मिला, खुलवाने के लिए ऑडिट टीम सदस्यों को फोन किए गए तो सभी के मोबाइल बंद मिले। ऐसे में एसीबी टीम को प्रधान कार्यालय सील करना पड़ा। जिसे बाद में सील खुलवा रिकॉर्ड जब्त किया गया।
पॉजिटिव- आज आप किसी विशेष प्रयोजन को हासिल करने के लिए प्रयासरत रहेंगे। घर में किसी नवीन वस्तु की खरीदारी भी संभव है। किसी संबंधी की परेशानी में उसकी सहायता करना आपको खुशी प्रदान करेगा। नेगेटिव- नक...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.