भरतपुर के रूपवास थाना के एक हेड कॉन्स्टेबल की दबंगई सामने आई है। तफ्तीश के मामले में हेड कॉन्स्टेबल दिगम्बर आज सुबह 11 बजे दो महिलाओं, 2 बच्चों और 7 मजदूरों को थाने ले आया। बाद में उसने मजदूरों व बच्चों को छोड़ दिया लेकिन दोनों महिलाओं को 10 घंटे तक थाने में बैठाए रखा। एक महिला के पति ने आरोप लगाया कि हेड कॉन्स्टेबल दिगम्बर शराब के नशे में धुत था। महिला का जेठ थाने पहुंचा तो उसके साथ मारपीट की। आरोपी हेड कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है।
मामला रुपवास थाना इलाके का है। ऑयल मिल के पास नारायण और विजय ने जमीन खरीदी थी। उसी प्लाट पर आज मकान का काम चल रहा था। प्लाट को लेकर पहले से विवाद था। हेड कॉन्स्टेबल दिगम्बर मामले की तफ्तीश करने गया था। वह सुबह 11 बजे प्लाट पर काम कर रहे 7 मजदूरों के साथ घर की दो महिलाओं को भी पकड़ लाया। पीड़ित महिला रुमाली देवी ने बताया कि हेड कॉन्स्टेबल ने उसका आधार कार्ड ले लिया। हाथ पकड़ कर खींचा और थाने में बिठा दिया। उसने वहां से उठने नहीं दिया। जेठ थाने में बैठाने का कारण पूछने आया तो उसके साथ मारपीट कर दी।
पीड़ित व्यक्ति नारायण ने बताया कि प्लॉट को लेकर बहादुर नाम के व्यक्ति से विवाद चल रहा है। हमने 5 महीने पहले ऑयल मिल के पास ये जमीन खरीदी थी। बहादुर उस जमीन को अपनी बताता है। वह धमकियां देता है। आज हेड कांस्टेबल दिगम्बर सिंह शराब के नशे में पुलिस जीप लेकर हमारे निर्माणाधीन मकान पर पहुंचा। वहां से 7 मजदूरों, घर के 2 बच्चों और घर की महिलाओं रुमाली और कमलेश को गाड़ी में बैठा कर थाने ले गया। देर रात तक उसने महिलाओं को नहीं छोड़ा।
बता दें कि विभाग की तरफ से जांच के वक्त भी हेड कॉन्स्टेबल नशे में था। वह थाने के सामने ही सड़क पर लेट गया। काफी देर तक उसका ड्रामा चलता रहा। देर रात उसे सस्पेंड कर दिया गया। मामले में एडिशनल एसपी राजेंद्र वर्मा ने बताया कि घटना की जानकारी मिली तो जांच करने थाने आए। हेड कॉन्स्टेबल दिगम्बर सिंह पर थाने में बैठाए रखने और मारपीट के आरोप हैं। उसका मेडिकल कराया है।
रिपोर्ट- दिनेश शर्मा, रूपवास, भरतपुर
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