उपखंड इलाके के गांव मठ कैंथरी के लोग सैंपऊ ब्रांच पर क्षतिग्रस्त पुलिया को लेकर आवागमन के लिए परेशान है, पुलिया निर्माण को लेकर जल संसाधन विभाग के द्वारा की जा रही अनदेखी से नाराज ग्रामीणों ने पंचायत समिति सदस्य सतीश सिंह परमार के नेतृत्व में शुक्रवार को जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के खिलाफ आक्रोश जताते हुए जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों ने बताया कि कई वर्षों से पुलिया के क्षतिग्रस्त होने की वजह से उनको आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है यहां तक कि दोपहिया वाहनों से पुलिया को पार करते समय कई बाहर लोगों के साथ हादसे हो गए हैं इसके बावजूद भी उनकी परेशानी सुनने वाला कोई नहीं है।
पंचायत समिति सदस्य सतीश सिंह परमार ने बताया कि विभागीय अनदेखी का आलम यह है कि इलाके की नहरों पर राज्य सरकार के द्वारा बाड़ी विधायक मलिंगा के प्रयासों से करोड़ों के कार्य कराए जा रहे हैं, लेकिन उनकी समस्या पर सरकार एवं जल संसाधन अधिकारियों का कोई भी ध्यान नहीं जा रहा है। जिसके चलते उन्हें 4 किलोमीटर की दूरी तय करके यूपी के रास्तों से होकर आवागमन करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत मुख्यालय तक जाने के लिए कोई भी रास्ता नहीं है, क्षतिग्रस्त पुलिया की वजह से चार पहिया वाहन बरसों से गांव में आवागमन बंद हो गया है।
जिसके चलते स्थानीय लोगों को फसल से लेकर भूसा एवं मकान बनाने के लिए निर्माण सामग्री लाने ले जाने में भारी परेशानी बनी रहती है। गांव के युवाओं ने बताया कि देर सवेर गांव में कोई बीमार भी पड़ जाए तो उसे अस्पताल तक पहुंचाने के लिए एंबुलेंस एवं अन्य चार पहिया वाहन लाने ले जाने में बेहद मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों ने जल संसाधन अधिकारियों के गैर जिम्मेदाराना रवैया को लेकर आक्रोश जताया है साथ ही उन्होंने चेतावनी दी है कि उनकी समस्या का शीघ्र समाधान नहीं किया गया तो वह उपखंड मुख्यालय पर जल संसाधन कार्यालय के सामने बैठकर धरना प्रदर्शन करेंगे।
यूपी सीमा को जोड़ने वाली सड़क के हालात हो रहे हैं बदतर
जिला को उत्तर प्रदेश की सीमा से जोडने वाला मुख्य मार्ग आज सानिवि के अधिकारियों की ढिलमुल नीतियों के कारण बदहाली के दौर से गुजर रहा है। आलम यह है कि बसेडी से उत्तर प्रदेश की सीमा तक सडक की हालत बहुत ही खराब है। जिसके कारण 12 किमी की दूरी तय करने के लिए आधा घंटे से अधिक समय का इंतजार करना पड़ता है। सडक की दुर्दशा को देख ग्रामीण बसेड़ी विधायक खिलाड़ीलाल बैरवा तक गुहार लगा चुके है लेकिन सानिवि के अधिकारियो पर कोई फर्क नही पडा है। जबकि कुछ समय पहले सानिवि ने सडक का टेंडर भी कर दिया है।
संवेदक द्वारा 2 माह पहले कार्य भी शुरू कर दिया था। लोगो को उम्मीद जागी थी कि सडक का कार्य बहुत ही जल्दी पूरा हो जाएगा। ठेकेदार ने सडक की खुदाई करने में तो तत्परता दिखाई थी लेकिन सडक के निर्माण करने में ढिलमुल नीति अपना रहा है। जिसके कारण सडक पर मिट्टी उड़ रही है और गिट्टियों से मोटरसाइकिल चालक गिरकर चोटिल हो रहे है। लोगो का मानना है कि ठेकेदार को अभी सडक बनानी ही नही थी तो इतनी जल्दी सडक को खोद कर क्यो डाला गया।
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