मेवाड़ के कृष्णधाम श्री सांवलिया जी में भक्त कई तरह की चीजें भेंट कर अपनी मन्नत पूरी करते हैं। भक्त अधिकतर सोने और चांदी से वस्तु भेंट करते हैं, लेकिन भीलवाड़ा जिले के एक भक्त ने अपनी पत्नी की आखिरी इच्छा पूरी करने के लिए श्री सांवलिया सेठ को असली ट्रैक्टर भेंट किया है। मंदिर मंडल के कर्मचारियों ने भक्त का स्वागत कर उन्हें रसीद काटकर दी।
भीलवाड़ा जिले के मांडलगढ़ के त्रिवेणी चौराहा निवासी शांतिलाल गुर्जर का श्री सांवलिया ऑटोमोबाइल शोरूम है। उनकी पत्नी का कुछ समय पहले निधन हो गया। उनकी पत्नी मंजू गुर्जर की अंतिम इच्छा थी कि वो अपने सांवलिया सेठ को एक ट्रैक्टर भेंट करें, ताकि वो मंदिर के काम आ सके। शांति लाल शुक्रवार को अपनी पत्नी की आखिरी इच्छा पूरी करने के लिए को श्री सांवलिया जी मंदिर पहुंचे और ट्रैक्टर भेंट किया। शांति लाल ही RC और अन्य खर्चों का वहन करेंगे। शांति लाल गुर्जर के शोरूम का नाम भी श्री सांवलिया जी के नाम पर है।
ट्रैक्टर का होगा गोशाला में उपयोग
ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है जब किसी ने ट्रैक्टर भेंट किया हो। 12 से 15 साल पहले भी एक ट्रैक्टर भेंट किया गया था, जिसका उपयोग मंदिर के विभिन्न कार्यों में किया जाता है। इस ट्रैक्टर का उपयोग भी गोशाला के लिए ही किया जाएगा। मंदिर मंडल की ओर से यह फैसला किया गया है। मंदिर मंडल के पास अब लगभग 15 ट्रैक्टर है।
पहले दी गई थी कार भेंट, दिव्यांगों के लिए होता है उपयोग
चित्तौड़गढ़ निवासी एक बुजुर्ग ने अपनी इच्छा के लिए खरीदी नई कार दो महीने चलाने के बाद श्री सांवलिया सेठ को भेंट कर दी थी। मंदिर मंडल के लोग सभी आश्चर्यचकित हो गए थे। उन्हें लगा कोई मजाक है, लेकिन बुजुर्ग ने कहा कि इच्छा पूरी हो चुकी है अब तो सब सेठ का है। इस कार को मंदिर में दर्शन करने आने वाले दिव्यांगों के लिए उपयोग किया जा रहा है। मंदिर में दर्शन करने आने वाले दिव्यांग भक्तों को पार्किंग से मंदिर तक इसी कार या ऑटो का उपयोग कर ले जाया जाता है। मंदिर में ट्राई साइकिल की सुविधा भी दी जाती है।
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