आठ जिलों से अभ्यर्थी आएंगे परीक्षा देने:परीक्षा के लिए भीलवाड़ा सुरक्षित जिला प्रदेश के मात्र दस जिलों में होगी सीईटी

भीलवाड़ा2 महीने पहले
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प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भीलवाड़ा को सुरक्षित जिला माना है। प्रदेश में चार, पांच व 11 फरवरी को दो-दो पारियों में होने वाली समान पात्रता परीक्षा (सीनियर सैकंडरी स्तर) केवल 10 जिलों में ही हाेगी। इनमें भीलवाड़ा भी शामिल है। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से हाेने वाली परीक्षा में 81 हजार 356 अभ्यर्थी शामिल हाेंगे। परीक्षा के लिए भीलवाड़ा जिले के 31 हजार 995 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं।

प्रतापगढ़ जिले के 16,874, पाली जिले के 3,379, चितौड़गढ़ जिले के 6,386, उदयपुर जिले के 8,070, डूंगरपुर जिले के 3,336, नागौर जिले के 2,825, दौसा जिले के 4,619, करौली जिले के 2,492 अभ्यर्थी शामिल हाेंगे। वहीं, अन्य प्रदेशों से 1,380 अभ्यर्थी आएंगे। परीक्षा के लिए जिले में 43 केंद्र बनाए गए हैं। इनमें 25 सरकारी एवं 18 निजी स्कूल कॅालेज शामिल हैं। परीक्षा देने के लिए भीलवाड़ा जिले से 2041 अभ्यर्थी अजमेर जाएंगे।

प्रतिदिन दाे पारी में परीक्षा, एक घंटा पहले बंद होगा प्रवेश
चार, पांच व 11 फरवरी को पहली पारी सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक एवं दूसरी पारी दोपहर 2:30 से शाम 5:30 बजे तक होगी। अभ्यर्थी को परीक्षा केंद्र पर निर्धारित समय से डेढ़ घंटे पहले अपनी उपस्थिति देने के लिए कहा। ताकि तलाशी के बाद परीक्षा कक्ष में नियत स्थान पर बैठ सके। परीक्षा प्रारंभ होने के नियत समय से एक घंटा पहले तक प्रवेश की अनुमति होगी। ठीक एक घंटा पहले परीक्षा केंद्र का प्रवेश द्वार बंद कर दिया जाएगा। इसके बाद किसी भी स्थिति में परीक्षार्थी को परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।

मेडिकल बोर्ड की अनुशंषा से ही वीक्षक कार्य से मुक्ति :

परीक्षा के लिए लगाई गई वीक्षक ड्यूटी से बचने के लिए कई आवेदन प्राप्त हो रहे हैं। जिसे गंभीरता से लेते हुए एडीएम सिटी ने मेडिकल बोर्ड का गठन किया है। सीएमएचओ को लिखे पत्र में बताया कि सार्वजनिक परीक्षाओं में कार्मिक परीक्षा ड्यूटी से बचने के लिए मेडिकल प्रमाण पत्र प्रस्तुत करते हैं। उन्हें मेडिकल प्रमाण पत्र जारी करने से पहले आवश्यकता की जांच के बाद ही प्रमाण पत्र देने के निर्देश दिए।

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