भीलवाड़ा व चित्तौड़गढ़ के खेतों में अफीम की फसल की शुरूआत हो चुकी है। अफीम के पौधों पर फूल आने लग गए हैं जो दूर-दूर से खेतों में नजर आ रहे हैं। जहां अफीम पूरी तरह से काली होती है वहीं इनके फूल सफेद रंग के काफी आकर्षक होते हैं। इस बार खेतों में किसानों को अच्छे उत्पादन की उम्मीद है।
दोनों जिलों की बात करें तो 6 तहसील के 251 गावों में इनकी पैदावार की जा रही है। वहीं इनके फूल खिलने और डोडा बनना शुरू होने के बाद अब किसान इनमें से अफीम निकालने की तैयारी में हैं। जिले में अफीम विभाग की ओर से चित्तौड़गढ़ व भीलवाड़ा के 251 गावों के 577 हैक्टेयर जमीन पर 5637 किसानों ने अफीम की खेती है। इनमें भीलवाड़ा की 6 व चित्तौड़गढ़ की 2 तहसील शामिल हैं।
खेतों में अफीम की फसल तैयार होता देख अब किसान परिवार ने फसल की सुरक्षा भी बढ़ा दी है। पशु व पक्षी फसल को नुकसान नहीं पहुंचाएं इसके लिए फसल के चारों तरफ तारबंदी व जाली लगाई जा रही है। अगले माह से किसान इन डोडो में चीरा लगाकर अफीम निकालना शुरू कर देंगे।
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