भीलवाड़ा में कोठारी नदी पर बने पुलिए के उद्घाटन से पहले ही क्षतिग्रस्त हो जाने के मामले में जांच पूरी हो चुकी है। जांच में निर्माण कंपनी के ठेकेदार की लापरवाही सामने आई है। ठेकेदार ने निर्माण के लिए तैयार की सामग्री का उपयोग समय पर नहीं किया। इस कारण पुलिए का स्लैब सही नहीं बना और पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई। यूआईटी के अधिकारियों ने ठेकेदार को पुलिए का स्लैब तोड़कर फिर से बनाने के लिए कहा है। सबसे बड़ी बात है कि पुलिस यूआईटी के अधिकारियों की देखरेख में ही बना था। उस समय किसी अधिकारी ने इस बात पर ध्यान ही नहीं दिया।
दरअसल,शहर से गुजर रही कोठारी नदी पर पालड़ी नदी पर 13 करोड़ की लागत से पुलिया बनाया जा रहा था। पुलिए का काम लगभग पूरा हो चुका था। दिसंबर में एक ट्रक इस पूल से गुजरा तब उसका टायर पूल की सड़क में धस गया। जिसके बाद इस पुलिस में घटिया सामग्री उपयोग होने की बात सामने आई। मामले की जानकारी मिलने के बाद कलेक्टर आशीष मोदी मौके पर पहुंचे थे। इस मामले में सुभाष नगर थाने में रिपोर्ट भी दर्ज करवाई गई थी। इस पूल की जांच एमएलआईटी की टीम की ओर से करवाई गई थी। इसकी जांच के बाद पूल में सामग्री को निश्चित समय पर नहीं लगाना सामने आया।
फिर से बनाया जाएगा स्लैब
यूआईटी सचिव अजय आर्य ने बताया कि पालड़ी पूल के टूटने के पीछे तैयार सिमेंट व गिट्टी को निश्चित समय पर उपयोग नहीं लेना सामने आया है। ठेकेदार को स्लैब तोड़कर फिर से बनाने के लिए कहा गया है। साथ ही स्लैब बनने के बाद फिर से टेस्ट किया जाएगा। उसके बाद पूल पर डामरीकरण होगा।
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