पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
शहर की तरह गांवों में भी लोग अपने घरों में नल से पानी ले सकेंगे। उनसे चार्ज शहर की तुलना में 10 प्रतिशत भी नहीं लगेगा। रखरखाव के नाम पर सिर्फ 13 रुपए शुल्क लगेगा। जल जीवन मिशन के तहत जलदाय विभाग 2024 तक जिले के 854 गांवाें के ढाई लाख घरों तक पाइप लाइन बिछाकर पानी पहुंचाएगा। करीब 16 लाख की आबादी को इसका सीधा लाभ होगा।
इसमें खर्च होने वाली आधी राशि केन्द्र और आधी राज्य सरकार वहन करेगी। उदासर, सुरपुरा, कानासर, बदरासर गांवाें की स्वीकृति पहले ही हो चुकी और यहां जल्दी लोगों को नलों से पानी मिलेगा। जलदाय विभाग एक टंकी बनाकर प्रत्येक घर में कनेक्शन का एक प्वाइंट देगा। उसके बाद लोग चाहें तो पानी की लाइन बिछाकर घर के अन्य भागों में पानी ले जा सकते हैं।
गांवाें में पेयजल सप्लाई के तीन तरीके
शहरों में पाइप लाइन के जरिये घरों तक पानी आता है, लेकिन गांवाें में तीन तरीके अपनाए जा रहे हैं। पहला तरीका पंप एंड टैंक स्कीम है। इसमें पानी एक जगह टैंक में एकत्र होता है और वहां से लोग उसे घर तक ले जाते हैं। दूसरा तरीका है रीजनल वाटर सप्लाई स्कीम, जहां पानी प्रत्येक गांव तक पाइप लाइन से ही जाता है लेकिन घर-घर कनेक्शन नहीं हाेता। अभी ज्यादातर इलाकाें में पानी इसी स्कीम के तहत जाता है। तीसरा है पाइप्ड स्कीम। इसमें घर-घर कनेक्शन करके पानी देना होता है। अभी जिले के करीब 50 गांवाें में ही इस स्कीम से पानी दिया जा रहा है।
नोखा, खाजूवाला और श्रीडूंगरगढ़ में 2000 करोड़ के प्रोजेक्ट
जल जीवन मिशन योजना काे पूरा करने के लिए नोखा, खाजूवाला और श्रीडूंगरगढ़ के प्रत्येक गांव और घर तक पानी पहुंचाने का प्रोजेक्ट चूरू ऑफिस बना रहा है। 2000 करोड़ का खर्चा आंका गया है। लूणकरणसर, कोलायत और बीकानेर तहसील पर भी 500 से 600 करोड़ खर्च होंगे।
पॉजिटिव- किसी विशिष्ट कार्य को पूरा करने में आपकी मेहनत आज कामयाब होगी। समय में सकारात्मक परिवर्तन आ रहा है। घर और समाज में भी आपके योगदान व काम की सराहना होगी। नेगेटिव- किसी नजदीकी संबंधी की वजह स...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.