पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
धुलंडी के दिन से चल रहा दशामाता के व्रत की मंगलवार को पूर्णाहुति हुई। महिलाओं ने भगवान विष्णु के स्वरूप पीपल के पेड़ की पूजा कर उनसे परिवार के लिए सुख-सौभाग्य की मांग की। ऐसी मान्यता है चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि को दशामाता का व्रत करने से जातक के बिगड़े ग्रहों की दशा सुधरती है। उसके परिवार में सुख.समृद्धि, सौभाग्य और धन संपत्ति की प्राप्ति होती है। मंगलवार को बीकानेर में बड़ी संख्या में महिलाओं ने इस व्रत की पूर्णाहुति की।
महिलाओं ने कच्चे सूत का 10 तार का डोरा लिया। उसमें 10 गांठे मारी और पीपल के पेड़ की प्रदक्षिणा की। कुमकुम, मेहंदी, सुपारी आदि से पूजा कर सूत का धागा पीपल के पेड़ के बांधा। इसके बाद दशामाता की कथा सुनी जिसमें नल-दमयंती की कथा बुजुर्ग महिलाओं ने सुनाई। पूरे दिन महिलाओं ने व्रत रखा। एक समय की भोजन किया। मान्यता के अनुसार इस दिन घर में साफ-सफाई का विशेष महात्मय होता है।
पॉजिटिव- ग्रह स्थिति अनुकूल है। मित्रों का साथ और सहयोग आपकी हिम्मत और हौसले को और अधिक बढ़ाएगा। आप अपनी किसी कमजोरी पर भी काबू पाने में सक्षम रहेंगे। बातचीत के माध्यम से आप अपना काम भी निकलवा लेंगे। ...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.