मानसून के पहले चरण में निराश रहे बीकानेर वासियों के चेहरे पर इन दिनों मुस्कान है। दरअसल पिछले चार दिन से बीकानेर में बरसात से मौसम सुहाना हो गया है। शहर का पवित्र कपिल सरोवर भी लबालब हो गया है। शहर के तालाबों में भी पहुंचा पानी खूबसूरत नजारा दे रहा है। गुरुवार देर रात से शुक्रवार सुबह तक हुई झमाझम बारिश ने बीकानेर में मौसम को जरा सर्द कर दिया है।
गुरुवार को बीकानेर के नोखा में 11 एमएम बारिश सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज हुई है जबकि गांवों में इससे कहीं ज्यादा बारिश का अंदाज लगाया जा रहा है। बीकानेर शहर में भी दिनभर में 2-3 बार तेज बारिश हुई जबकि कई बार रिमझिम बारिश का दौर चला। शुक्रवार सुबह जब लोग उठे तो तेज बारिश हो रही थी। सुबह 5 बजे से रिमझिम बारिश का दौर शुरू हो गया और थोड़ी देर बाद तेज बारिश शुरू हो गई। सुबह 6 बजे से 7 बजे के बीच तेज बारिश के दौरान शहर की गलियों में तेज बहाव से पानी गुजरता रहा। उधर, कोटगेट, केईएम रोड, कलक्टरी चौराहे पर भी भारी मात्रा में पानी बहा।
श्रीकोलायत में सबसे ज्यादा बारिश
अब तक बीकानेर में 225 MM बारिश होनी चाहिए थी लेकिन अब ये 257 MM तक पहुंच गई है। अब बीकानेर में 32 MM बारिश सरप्लस हो चुकी है। शुक्रवार सुबह की बारिश को इसमें जोड़ा नहीं गया है। बीकानेर में अब तक बज्जू में 187, बीकानेर में 243, छत्तरगढ़ में 194, खाजूवाला में 137, श्रीकोलायत में 386, लूणकरनसर में 290, नोखा में 295 और पूगल में 340 MM बारिश हो चुकी है।
मानसून के शुरुआती रुख से लगा था कि इस बार कपिल सरोवर में ज्यादा पानी नहीं आएगा, लेकिन पिछले कुछ दिनों में सरोवर में जमकर पानी आया और सरोवर लबालब हो गया। पानी से कमल के फूल भी डूब गए हैं। इसके अलावा बीकानेर के हर्षोलाव तालाब, धरणीधर तालाब व सांसोलाव में भी पानी आ गया है। देवीकुंड सागर में भी पानी आया है।
अब 29-30 को बारिश संभव
बीकानेर में बारिश का दौर शनिवार तक थम सकता है। इसके बाद 29 व 30 सितंबर को फिर से बारिश होगी। हालांकि तब भी बादलों की आवाजाही ही अधिक रहेगी, लेकिन दबाव अच्छा बना तो बारिश भी हो सकती है।
फोटो-: राहुल हर्ष, श्रीकोलायत
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