पीएम सम्मान निधि में गड़बड़ी, 4817 लाभार्थी मिले अपात्र:पटवारियों से कराई जांच के बाद खुलासा, 2 कर्मचारी हो चुके हैं निलंबित

बूंदी6 महीने पहले
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बूंदी के नैनवां में प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना को लेकर बड़ी गड़बड़ी का मामला सामने आया है। - Dainik Bhaskar
बूंदी के नैनवां में प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना को लेकर बड़ी गड़बड़ी का मामला सामने आया है।

बूंदी के नैनवां में प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना को लेकर बड़ी गड़बड़ी का मामला सामने आया है। लाभार्थियों की एक महीने पहले पटवारियों से कराई डाटा पात्रता जांच में योजना में चल रही गड़बड़ी का खुलासा हुआ है। नैनवां तहसील में प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना की सूची में 50 हजार 91 लोगों के नाम थे। जांच के बाद 33 हजार 822 लाभार्थी पात्र निकले। सूची में 11 हजार 452 नाम 2 बार जुड़े हुए मिले। वहीं 4 हजार 817 लाभार्थी अपात्र मिले।

प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना में भूमिधारी किसान को ही पात्र माना जाता है। भूमिधारी सरकारी कर्मचारी, आयकर दाता और भूमिहीन को पात्र नहीं माना जाता। अक्टूबर महीने में पात्रता की जांच होने पर 50 हजार 91 लोगों में से 11 हजार 452 लाभार्थियों के नाम डबल मिले, जिनके नाम हटाने के बाद शेष 38 हजार 639 लाभार्थियों में से 33 हजार 822 लाभार्थी ही पात्र मिले, जबकि 4 हजार 817 लाभार्थी अपात्र मिले। अपात्र मिलने वालों में 559 लाभार्थियों की मौत हो चुकी है। 2 हजार 524 अयोग्य पाए तो एक हजार 734 लाभार्थियों की भूमि की जानकारी नहीं मिल पाई। जिला कलेक्टर ने प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना में तहसील कार्यालय के कनिष्ठ सहायक विकास कुमार और तकनीकी सहायक प्रोग्रामर मनोहर सिंह को निलंबित करने के बाद भी जांच आगे नहीं बढ़ पाई है।

उच्च अधिकारियों को भेजी रिपोर्ट
तहसीलदार महेशचंद्र शर्मा ने बताया कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को हर साल 6 हजार रुपए दिए जाते हैं। 4 महीने में किसानों के खाते में 2 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किए जाते हैं। नैनवां तहसील में 50 हजार 91 में से 33 हजार 822 ही पात्र निकले। जिसमे से 16 हजार 269 किसान के नाम हटाए गए हैं। 11 हजार 452 नाम 2 बार जुड़े मिले। 2524 नाम अपात्र मिले और 1734 ऐसे नाम थे जिनका पटवारी वेरिफिकेशन नहीं कर पाए। वहीं मामले की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेज दी है।