चित्तौड़गढ़ के भदेसर उपखंड के एक गांव में पैंथर ने भेड़ पर हमला कर दिया। जिससे भेड़ घायल हो गया। भेड़ के साथ बंधे अन्य 25 भेड़ों की डर से मौत हो गई। वन विभाग की टीम ने एक बड़ा खड्डा कर भेड़ों को दफना दिया। भेड़ों के मरने से किसान को लगभग दो लाख रुपए का नुकसान हुआ है।
वन विभाग कनौजिया के सहायक वनपाल लेखराज ने बताया कि मंगलवार सुबह कनौजिया की ढाणी से सूचना मिली कि हीरालाल पुत्र अखेराज रेबारी के बाड़े में बंधे हुए 25 भेड़ों की मौत हो गई। सूचना पर जब मौके पर पहुंचे तो देखा कि देर रात को पैंथर ने एक भेड़ पर हमला किया, जिससे वह घायल हो गया। पैंथर भेड़ को उठाकर थोड़ी दूर ले जाकर छोड़ दिया। वही उसी बाड़े में बंद अन्य 25 भेड़ों की डर से मौत हो गई। सहायक वनपाल लेखराज का कहना है कि इसकी पूरी रिपोर्ट तैयार कर ली है। कोशिश की जा रही है कि किसान को उचित मुआवजा दिलवाया जाए, उसकी प्रक्रिया की जा रही है। फिलहाल एक बड़ा खड्डा कर सभी भेड़ों को वहां दफना दिया गया है।
25 भेड़ों के मरने से दो लाख रुपए का नुकसान
किसान हीरा लाल रेबारी ने बताया कि पहले पूरा परिवार वहीं रहता था। लेकिन कुछ सालों से कनौजिया कस्बे में मकान बनने के बाद सभी लोग वहां शिफ्ट हो गए। तब से खाली पड़े इस घर को बाड़े के रूप में काम में ले रहे थे। यहां इनके पालतु भेड़ बंधे हुए रहते हैं। किसान ने बताया कि एक भेड़ की कीमत कम से कम आठ हजार रुपए है। 25 भेड़ों के मरने से लगभग दो लाख रुपए का नुकसान हुआ है। पैंथर ने जिस भीड़ को अपना शिकार बनाना चाहा वह तो जिंदा बच गया लेकिन अन्य भेड़ सदमे में मर गए।
कंटेंट, फ़ोटो, वीडियो - शैलेन्द्र खटोड़, भदेसर
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