जालौर की घटना से दलित समाज में रोष:नौकरी व 50 लाख मुआवजा देने की मांग को लेकर SDM ऑफिस पर विरोध प्रदर्शन

दौसा10 महीने पहले
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दौसा के सिकराय कस्बे में विरोध प्रदर्शन करते दलित समाज के लोग। - Dainik Bhaskar
दौसा के सिकराय कस्बे में विरोध प्रदर्शन करते दलित समाज के लोग।

जालौर जिले में छात्र इंद्र कुमार की पिटाई से मौत के मामले में दलित संगठनों का विरोध बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को सिकराय कस्बे में कई संगठनों के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। पूर्व सरपंच गौरीदेवी पाटन, ओमप्रकाश घूमणा व प्रहलाद धवन के नेतृत्व में जुटे युवाओं ने घटना के विरोध में राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए पीड़ित परिवार को न्याय देने की मांग की। इसके बाद एसडीएम का ज्ञापन सौंपकर मृतक छात्र के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी व 50 लाख रुपए का मुआवजा देने की मांग की।

इस दौरान पूर्व सरंपच गौरीदेवी ने कहा आजादी भारत के 75 साल पूरे होने के बावजूद शिक्षा के मंदिरों में कुत्सित मानसिकता के लोग दलित समाज के साथ भेदभाव कर रहे हैं। ओमप्रकाश घूमणा ने कहा 75 वर्ष हो गए देश को आजाद हुए लेकिन आज भी समाज में ऐसे विचारों के लोग रहते हैं। ऐसी मानसिकता रखने वाले लोगों का विरोध करना जरूरी हो गया है।

इस अवसर पर आक्रोश रैली मुख्य बाजार में होती हुई निकाली गई, जिसमें युवाओं ने जमकर नारेबाजी की अगर गहलोत सरकार ने 24 घंटे में उचित निर्णय नहीं लिया तो आगे के आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी। 2 मिनट का मौन रखकर मृतक इंद्र कुमार की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।