केंद्रीय मंत्री बोले-राजस्थान में चल रहा पेपर लीक सिंडिकेट:संजीव बालियान ने कहा-कोई विदेशी ही मांग सकता सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत

दौसा4 महीने पहले
  • कॉपी लिंक
दौसा में केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान दो दिवसीय दौरे पर रहे। - Dainik Bhaskar
दौसा में केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान दो दिवसीय दौरे पर रहे।

केंद्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान ने दो दिवसीय दौसा लोकसभा क्षेत्र के दौरे पर मंगलवार को मीडिया से मुखातिब होते हुए कांग्रेस नेता द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगने के सवाल पर कहा शर्म आनी चाहिए देश में अलग-अलग दलों की सरकारें रही हैं। सेना राजनीति से ऊपर व अलग है। मैं कह सकता हूं ऐसी सेना दुनिया में किसी के पास नहीं है, उस पर इस तरीके का सवाल उठाने का मतलब यह सवाल तो कोई विदेशी ही उठा सकता है। हिंदुस्तान का कोई व्यक्ति ऐसे सवाल उठाए या कोई नेता तो वह बिल्कुल भी उचित नहीं है।

उन्होंने कहा राजस्थान में पेपर लीक घोटाला बड़ा घोटाला बन गया लगता है। यहां पेपर लीक का एक बड़ा सिंडिकेट चल रहा है। बालियान ने कहा 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद क्लास 3 और क्लास फोर नौकरियों में साक्षात्कार समाप्त किए गए तो पूरे देश को एक संदेश था कि केंद्र के साथ-साथ देश के सभी राज्यों की सरकारें अपनी व्यवस्थाओं में सुधार करें। निष्पक्ष तरीके से युवाओं को नौकरी मिले जो जिसका हक है वह उसे मिले लेकिन राजस्थान में ऐसा नहीं हो रहा ।

केंद्र सरकार को कोसना कांग्रेस का फैशन

केंद्रीय मंत्री ने कहा कांग्रेस के नेता हर बात को केंद्र सरकार के ऊपर डालेंगे तो फिर प्रदेश सरकार का औचित्य क्या है। कोई भी मुद्दा हो बेरोजगारी का मुद्दा हो ईआरसीपी का मुद्दा हो, हर मुद्दा केंद्र के ऊपर डालते हैं लेकिन अपनी गिरेबान में नहीं झांकते। एक फैशन हो गया है जिस राज्य में कांग्रेस की सरकार है। उन्हें काम करना नहीं जनता से जुड़े मुद्दे उठाने नहीं वह काम को केंद्र पर डालेंगे।

BJP हल करेगी सभी मुद्दे

उन्होंने कहा ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों की हालत खराब है। केंद्र सरकार ने नेशनल हाईवे का जाल बिछा दिया। अब हाईवे भी केंद्र बनाए तो लोकल सड़के भी केंद्र सरकार बनाएगी, नौकरियां भी केंद्र सरकार देगी, इआरसीपी भी केंद्र सरकार करेगी तो प्रदेश सरकार क्या करेगी यह मेरी समझ में नहीं आ रहा तो इस तरीके की अव्यवस्था का राजस्थान में माहौल है और इस वर्ष विधानसभा के चुनाव होने हैं। ऐसे में मुझे लगता है इसका एक ही समाधान है कि राजस्थान व केंद्र में बीजेपी की सरकार रहेगी तो प्रदेश के सभी मुद्दे हल होंगे।