इस बार राजस्थान में अच्छी बारिश के चलते सरसों के खेतों में लहरा रही है। ऐसे में सरसों की बंपर पैदावार की उम्मीद है। साथ में कई राज्यों में सरसों की पैदावार हो चुकी है और मंडियों में सरसों का आना शुरू हो गया है, जिसका सीधा असर सरसों के भावों पर पड़ा है। ऐसे में सरसों के भाव करीब 300 रुपए गिरकर 5800 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गए हैं।
सरसों के तेल के भाव भी गिरने चाहिए, लेकिन शहर के तेल मिलों और दुकानों पर सरसों के भाव 145 से 150 के बीच बने हुए हैं। जिनमें करीबन 20 रुपए का अंतर आना चाहिए, जिसको लेकर शहर के नागरिकों ने उपखंड प्रशासन से मांग की है। बाड़ी शहर की कृषि उपज मंडी के आढ़तिया रामनिवास गर्ग,महेश चंद्र मोदी,सुरेश मित्तल का कहना है कि अन्य राज्यों में सरसों की पैदावार हो चुकी है। ऐसे में मंडियों में सरसों की फसल का आना शुरू हो गया है। साथ में सरकार द्वारा ड्यूटी कर भी घटा दिया गया है। ऐसे में विदेशों से भी तेल का आयात हो रहा है। सरसों के भाव जो एक सप्ताह पहले 6100 रुपए प्रति क्विंटल थे वह अब घटकर 5700 से 5800 प्रति क्विंटल पर आ गए है। यह भाव अभी आगे और गिरने के आसार हैं क्योंकि राजस्थान की फसल पकने की स्थिति में है और अगले महीने राजस्थान में भी सरसों की पैदावार मंडियों में आने लगेगी।
सरसों के भाव का सीधा असर सरसों के तेल पर पड़ता है ऐसे में 300 रुपए की गिरावट आने पर तेल के बाद भी घटने चाहिए, लेकिन शहर की दुकानों और मिलों पर भाव में कोई अंतर नहीं आया है। दुकानदारों की मोनोपोली बताया जा रहा है। ऐसे में नागरिक परेशान हैं और उन्होंने उपखंड प्रशासन से मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। मामले को लेकर एसडीएम राधेश्याम मीणा का कहना है कि नागरिकों की मांग वाजिब है लेकिन इसमें भाव को लेकर मंडी प्रशासन के साथ रसद विभाग से जानकारी मांगी है। जानकारी मिलते ही कार्यवाही की जाएगी।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.