पश्चिमी विक्षोभ कमजोर पड़ते ही तापमान फिर बढ़ने लगा है। अगर पिछले 20 दिन में 2 दिन छोड़ दें तो बाकी 18 दिन तापमान 40 प्लस ही रहा है। शुक्रवार को भी अधिकतम तापमान 47 डिग्री रहा। सुबह से ही लू चलने लगी थी। इस माह में यह 5वीं बार है जब लू की स्थिति बनी है। सामान्यत: मई के आखिर में नौतपा शुरू होने से पहले तापमान बढ़ने पर लू चलती हैं।
लेकिन, इस बार मई के शुरू में ही लू जैसे हालात बन गए। नौतपा 25 मई से शुरू हाेगा। इससे पहले 13 मई से 15 मई तक लू चली थी। इस दौरान औसत तापमान 47 डिग्री रहा था। इधऱ, भीषण गर्मी की वजह से जिले के बाजारों और सड़कों पर दोपहर में सन्नाटा पसरा रहा। सुबह 7 बजे से ही छतों पर रखी टंकियों का पानी गर्म हो गया। इंसानों के साथ पशु-पक्षी भी गर्मी से परेशानी होने लगे हैं।
हवा उत्तर-पूर्वी या पश्चिम से पूर्वी हो और पारा 45 से ज्यादा तब चलती है लू
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक गर्मियों में उत्तर-पूर्व और पश्चिम से पूरब में चलने वाली धुलभरी, प्रचंड उष्ण एवं शुष्क हवाएं लू कहलाती हैं। इस तरह की स्थिति मई के अंत और जून में बनती है। लू के समय अधिकतम तापमान 45 डिग्री तक जा सकता है। इस साल मई में 2 दिन छोड़कर बाकी दिन औसत 40 डिग्री से ज्यादा ही रहा है। 14 मई काे तो पारा 47.2 डिग्री तक जा चुका है।
मौसम विशेषज्ञ आरके सिंह के अनुसार तेजी से हो रहे सोलर रेडिएशन की वजह से धूप में तीव्रता (तल्खी) 12 प्रतिशत ज्यादा है। पाकिस्तान और गुजरात के हिस्से खूब तप रहे हैं। वहां से आने वाली सूखी गर्म हवाओं की रफ्तार भी इस बार ज्यादा है। हवा में नमी भी बहुत ज्यादा नहीं है।
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