उपखण्ड के सदर थाने पर उमरेह सहित गांव के लोगों ने दर्जनों की संख्या में पहुंच एसएचओ को ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी है कि यदि भैंस चुराने वाले आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। पूरा मामला उमरेह गांव में भैंस चोरी के मामले से जुड़ा है जहां 26 नवंबर की शाम को पास के फागुने का पुरा के कुछ लोग एक दर्जन के करीब भैंसों को चुरा ले गए। बाद में जब ग्रामीणों ने उनके गांव जाकर भैंसो को छोड़ने की मांग की तो आरोपियों ने झगड़ा कर दिया और ग्रामीणों की बुरी तरह मारपीट की गई। जिसमें एक दर्जन के करीब लोग घायल हुए जिन्हें बाड़ी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिनमें से एक की हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल भेजा गया है। पूरे मामले को लेकर 27 नवंबर को ग्रामीणों द्वारा सदर थाने में आरोपी गांव के लोगों के खिलाफ नाम दर्ज मामला दर्ज कराया है लेकिन उसमें कोई कार्यवाही नहीं की गई। उमरेह गांव के 75 वर्षीय ग्रामीण रामखिलाड़ी मीणा ने बताया कि 26 तारीख को जंगल मे चरने गई गांव के कुछ लोगों की भैंस चोरी हुई थी। जिन्हें पास के गांव फागुने का पुरा के कुछ लोग चुराकर ले गए। बाद में 27 नवंबर की सुबह जब ग्रामीणों ने उनके गांव जाकर भैंसों की मांग की तो मारपीट की गई और हमला किया गया। उक्त घटना को लेकर 27 नवंबर को ही पुलिस में मामला दर्ज कराया गया लेकिन दो दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में आज पांच गांवों की पंचायत हुई है और सभी लोगों ने पंच पटेलों के साथ सदर एसएचओ को ज्ञापन सौंपा है। ग्रामीण दिनेश मीणा ने बताया कि पूरे गांव में आसपास के 5 गांवों की महापंचायत हुई जिनमें कोयला, कांकरई, नकसोदा, सुनीपुर और सागोर के पंच पटेल और और ग्रामीण मौजूद रहे।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.