डूंगरपुर में रबी की बुवाई को लेकर किसानों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। बुवाई शुरू हुए 15 दिन का समय हो गया है, लेकिन किसानों को अब तक पर्याप्त खाद और बीज नहीं मिला है। लंबे समय के बाद 560 कट्टे यूरिया खाद आया है। इसके लिए भी सुबह से किसानों की लाइनें लग रही हैं। वहीं डीएपी की बजाय किसान एसएसपी खाद से काम चला रहे हैं। सब्सिडी वाला गेहूं बीज खत्म हो गया है। जबकि 2 दिन बाद बिना सब्सिडी वाला बीज आने की उम्मीद है। जिसके लिए किसानों को पूरा दाम देना पड़ेगा।
रबी की बुवाई के साथ ही खाद बीज की डिमांड बढ़ गई है। किसान पिछले 2 सप्ताह से बीज और खाद के लिए परेशान हैं। किसानों को न तो पर्याप्त खाद मिल रहा है और न ही बीज मिल रहा है। क्रय-विक्रय सहकारी समिति के अध्यक्ष रतनलाल पाटीदार ने बताया कि डूंगरपुर में 15 हजार कट्टे (प्रति कट्टा 45 किलो) यूरिया खाद की डिमांड भेजी है, लेकिन अभी सिर्फ 560 कट्टे यूरिया ही मिला है। इसका वितरण शुरू कर दिया है। ऐसे में ये खाद भी एक दो दिन ही चलेगा। इसके बाद फिर परेशानी शुरू हो जाएगी। जबकि डीएपी खाद अब तक नहीं आई है। किसान भगवती ने बताया कि बुवाई के साथ ही डीएपी खाद की जरूरत होती है, लेकिन खाद नहीं मिलने से परेशानी हो रही है। रतनलाल पाटीदार ने बताया की डीएपी नहीं आने से उसकी बजाय किसानों को एसएसपी खाद बांटा जा रहा है।
क्रय विक्रय सहकारी समिति के अध्यक्ष रतनलाल पाटीदार ने बताया कि सब्सिडी वाले बीज के लिए डिमांड भेजी है, लेकिन अब तक इसकी स्वीकृति नहीं मिली है। ऐसे में किसानों की डिमांड को देखते हुए बिना सब्सिडी वाले गेहूं का बीज मंगवाया है। ये बीज 1360 रुपए (प्रति कट्टा 40 किलो) की रेट से मिलेगा। इसके लिए किसानों को पूरा रुपया देना होगा।
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