चांदी का बुरादा बताकर ज्वेलर से 7 लाख की ठगी:2 महिलाओं ने बेचा 15 किलो नकली बुरादा, गलाने पर नहीं निकली चांदी

हनुमानगढ़6 महीने पहले
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पुलिस ने पीड़ित की रिपोर्ट पर दोनों महिलाओं के खिलाफ नामजद मामला दर्ज कर लिया है और जांच में जुटी है। - Dainik Bhaskar
पुलिस ने पीड़ित की रिपोर्ट पर दोनों महिलाओं के खिलाफ नामजद मामला दर्ज कर लिया है और जांच में जुटी है।

हनुमानगढ़ जिले के रावतसर में 2 महिलाओं ने एक ज्वेलर के साथ लाखों रुपए की ठगी कर ली। इन महिलाओं ने चांदी का बुरादा होने की बात कहकर 7 लाख से ज्यादा रुपए लेकर चली गई। जब ज्वेलर ने उस बुरादे को गलाया तो उसमें चांदी नहीं निकली। इसके बाद ज्वेलर को अपने साथ ठगी का पता चला। ज्वेलर ने इस बारे में पड़ोसी दुकानदारों को बताया तो उन्होंने दोनों महिलाओं की तलाश की, लेकिन उनके बारे में कोई भी जानकारी नहीं मिली। इस पर ज्वेलर ने थाने पहुंचकर आपबीती बताई। पुलिस ने दोनों महिलाओं के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है। दोनों महिलाएं जयपुर की बताई जा रही है।

महिलाओं ने ज्वेलर को बैग से सैंपल निकालकर दिया। इस दौरान ज्वेलर के इधर-उधर देखने पर उन्होंने नकली सैंपल को असली से बदल दिया था।
महिलाओं ने ज्वेलर को बैग से सैंपल निकालकर दिया। इस दौरान ज्वेलर के इधर-उधर देखने पर उन्होंने नकली सैंपल को असली से बदल दिया था।

हेड कॉन्स्टेबल अशोक कुमार ने बताया कि महावीर (45) पुत्र गजानन्द सोनी वार्ड नंबर 19 रावतसर ने रिपोर्ट दी है। उसने बताया कि रावतसर के मुख्य बाजार में कमल ज्वेलर्स के नाम से उसकी दुकान है। महावीर ने बताया कि 21 नवंबर को दोपहर करीब 12 बजे अपनी दुकान पर बैठा था। इस दौरान दो अधेड़ उम्र की महिलाएं आई। उन्होंने बताया कि हम पुराने कपड़े खरीदकर बर्तन बेचने का काम करते हैं। पुराने कपड़ों में जरी का गोटा लगा होता है, वो चांदी का होता है। उस चांदी के गोटे को निकाल कर हमने करीब 10-15 किलो चांदी का बुरादा जमा किया है, जिसे हम बेचना चाहते हैं। उन महिलाओं ने अपना नाम बालू देवी पत्नी मोहनलाल निवासी भोमिया बस्ती शंकर जी मंदिर के पास शास्त्रीनगर (जयपुर) और दूसरी ने अपना नाम संतोष देवी पत्नी दीपक माली निवासी शास्त्रीनगर जयपुर बताया। मैंने उनसे चांदी के बुरादा का सैंपल मांगा तो उन्होंने अपने बैग से एक-एक पुड़िया बुरादे का सैंपल निकाला। इस दौरान उन्होंने धोखाधड़ी कर मुझे असली चांदी के बुरादे का सैंपल दे दिया। जब उसको मैंने लैब में टेस्ट किया तो उसमें चांदी निकली।

पीड़ित ने बताया कि इसके बाद मैंने उन दोनों महिलाओं से 60 हजार रुपए किलो के भाव से से चांदी खरीदने और गलाई की छीजत काटने की बातचीत तय कर ली। उस समय मेरी दुकान पर नकदी कम थी, तो मैंने मेरे भाई लिछीराम पुत्र गजानन्द से 7 लाख रुपए उधार लिए। इसके बाद बालू देवी व संतोष देवी से एक बैग का 8 किलो और दूसरे बैग का 7 किलो 600 ग्राम चांदी का बुरादा खरीद लिया और तय सौदे के हिसाब से उनको 7 लाख 17 हजार रुपए सौंप दिए। महावीर ने बताया कि 25 नवंबर को जब मैंने बालू देवी और संतोष देवी से खरीदा चांदी के बुरादा में से करीब 5 किलो बुरादा गलाया तो उसमें बिल्कुल भी चांदी नहीं निकली। जब मुझे धोखाधड़ी होने का पता चला तो मैंने मेरे पड़ोसी दुकानदारों को बताया और उन्होंने दोनों महिलाओं की तलाश की, लेकिन उन दोनों महिलाओं का कोई पता नहीं चला। हेड कॉन्स्टेबल ने बताया कि पुलिस ने धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।