ग्वार-सरसों चोरी के मामले में 2 आरोपी गिरफ्तार:वारदात में इस्तेमाल बाइक बरामद, खेत से की थी चोरी

हनुमानगढ़6 महीने पहले
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हनुमानगढ़ के धोलीपाल गांव में जुलाई महीने में ग्वार और सरसों की चोरी के मामले में सितम्बर में दर्ज हुए मुकदमे में सदर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। - Dainik Bhaskar
हनुमानगढ़ के धोलीपाल गांव में जुलाई महीने में ग्वार और सरसों की चोरी के मामले में सितम्बर में दर्ज हुए मुकदमे में सदर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

हनुमानगढ़ के धोलीपाल गांव में जुलाई महीने में ग्वार और सरसों की चोरी के मामले में सितम्बर में दर्ज हुए मुकदमे में सदर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामले में पुलिस 2 आरोपियों को पहले गिरफ्तार कर चुकी है।

जांच अधिकारी एएसआई प्रकाश चन्द स्वामी ने बताया कि हरिकृष्ण पुत्र देवेन्द्र अरोड़ा निवासी वार्ड 11, गांव धोलीपाल ने 11 सितम्बर को रिपोर्ट दर्ज कराई कि 24-25 जुलाई की रात को अज्ञात चोरों ने गोदाम का ताला तोड़कर ग्वार से भरे 18 थैले चोरी कर लिए। उसके खेत में बनी ढाणी में भी खुले में रखे ग्वार से करीब 7-8 क्विंटल ग्वार चोरी कर ले गए। बाद में उसे गांव के किसी व्यक्ति ने बताया कि मदन बावरी, राजकुमार बावरी, निर्मल बावरी पुत्र बालाराम बावरी, विष्णु पुत्र रायसिंह नायक और प्रदीप पुत्र शिशपाल बावरी निवासी धोलीपाल ने ग्वार की चोरी की है। यह भी पता चला कि इन्हीं लोगों ने उसी के गांव के विष्णुदेव पुत्र शिवरतन के ग्वार से भरे पांच थैले, सुन्दर पुत्र जीतसिंह के ग्वार और सरसों के 10 थैले और जसमैल पुत्र अमरजीत सिंह के सरसों से भरे 3 थैले चोरी किए हैं।

जांच अधिकारी के अनुसार पांचों आरोपियों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज कर जांच शुरू की। जांच के बाद पिछले दिनों मदन बावरी और विष्णु नायक को गिरफ्तार किया। उनसे घटना में प्रयुक्त एक बाइक बरामद की गई। अब इस मामले में राजू (20) पुत्र भागीरथ बावरी और प्रदीप उर्फ मलकीत (20) पुत्र शिशपाल बावरी निवासी धोलीपाल गांव को गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त एक और बाइक बरामद की। गुरुवार को दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां कोर्ट ने दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया है। नामजद पांचवें आरोपी निर्मल बावरी की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। जांच अधिकारी के अनुसार आरोपियों ने पूछताछ में जानकारी दी कि वे चुराई गई सरसों और ग्वार बेचकर रुपए खर्च कर चुके हैं। इस कारण सरसों-ग्वार की बरामदगी नहीं हो पाई।