किशनगढ़-रेनवाल प्रदेश में 29 नवंबर से मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना शुरू हो गई। जिसमें राजकीय विद्यालयों में कक्षा 1 से 8वीं तक के छात्र-छात्राओं को गरम दूध दिया जाएगा। जबकि आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले बच्चों को यह सुविधा नहीं दी गई है। ऐसे में आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले हजारों बच्चे दूध से वंचित रहेंगे। बहुत से आंगनबाड़ी केंद्र राजकीय विद्यालय परिसर में संचालित है, ऐसे में राजकीय विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चे दूध पीते नजर आएंगे, वहीं पास ही आंगनबाड़ी के बच्चे उन्हें देखते रहेंगे।
सांभर महिला बाल विकास विभाग के अंतर्गत 271 आंगनबाड़ी केंद्र है, जिनमें 145 केंद्र राजकीय विद्यालय में संचालित है। सांभर ब्लॉक में सांभर, रेनवाल व जोबनेर शामिल है। रेनवाल पंचायत समिति बनने के बाद अभी महिला बाल विकास अधिकारी की नियुक्ति नहीं हुई है, ऐसे में अभी तक सांभर सीडीपीओं के अंडर में ही रेनवाल ब्लॉक है।
ब्लॉक में 13786 बच्चें पंजीकृत हैं। शहर में 18 आंगनबाड़ी केंद्र हैं, जिनमें 6 राजकीय स्कूल में संचालित है। शहर में केवल एक आंगनबाड़ी केंद्र के पास स्वंय का भवन है। 9 केंद्र किराए के भवन में चलते है। शहर में आंगनबाड़ी केंद्रों पर करीब 300 बच्चें पंजीकृत है। जागरूक लोगों का कहना है कि सरकार को राजकीय विद्यालयों की तरह आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ने वाले नन्हे बालकों के लिए दूध शुरू करना चाहिए। इस संबंध में सीडीपीओं रेणु शर्मा का कहना है कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों के लिए दूध देने का कोई आदेश नहीं आया है। वर्तमान में बच्चों को पोषाहार दिया जाता है।
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