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  • After The Complaint Received By The Child Protection Commission, The Police Banned The Relatives, The 19 year old Youth Had Called And Pleaded

पढ़ाई करना चाहता हूं, मेरी शादी रुकवा दो:किशोर ने चाइल्ड लाइन को किया फोन, अब शादी वाले घर पुलिस का डेरा

दौसा2 वर्ष पहले
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दौसा के एक गांव के लड़के ने अपनी शादी रुकवाने के लिए चाइल्ड लाइन को फोन किया। फोन पर उसने कहा- मैं डिफेंस में भर्ती के लिए तैयारी कर रहा हूं। मेरी शादी की उम्र भी नहीं है। इसलिए मेरी शादी रुकवाई जाए। पुलिस ने इस फोन के बाद परिवार को पाबंद किया है। रविवार को किशोर के घर पर पुलिस तैनात कर दी गई है।

दौसा के सिकराय तहसील के गांवड़ी गांव का यह किशोर अभी 19 साल का है। 30 नवम्बर को उसकी शादी की तारीख नियत है। शादी से दस दिन पहले यानी 20 नवम्बर को ही उसने दौसा के चाइल्ड लाइन में फोन किया। बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने इस पर एक्शन लेते हुए तुरंत दौसा कलेक्टर पीयूष समारिया को कार्रवाई के लिए कहा। कलेक्टर ने किशोर के घर पुलिस भेजी तो वहां शादी की तैयारियां चल रही थीं।

19 साल का है किशोर

शादी रुकवाने के फोन के बाद किशोर के घर पर पहुंची पुलिस ने उसके दस्तावेजों की जांच की। वह केवल 19 साल का है। किशोर फिलहाल प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है। पुलिस ने युवक के परिजनों को पाबंद किया है। पुलिस की सख्ती के बाद अब वे 30 नवम्बर को किशोर की शादी नहीं करा सकते।

अब घर पर लगाई पुलिस

आमतौर पर पुलिस नाबालिग की शादी के संबंध में परिवार को पाबंद कर लौट जाती है। हिदायत भी देकर जाती है कि यदि शादी की तो कार्रवाई करेंगे। यहां हिदायत देने के बाद पुलिस ने किशोर के घर पुलिस जाब्ता तैनात तक कर दिया। मानपुर थाना प्रभारी सीताराम सैनी ने बताया कि बाल विवाह की शिकायत मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी। परिजनों से शपथ पत्र व 10-10 हजार की जमानत के मुचलके लेकर कोर्ट में इस्तगासा पेश कर दिया है। मामले की कड़ी निगरानी रखी जा रही है। किसी प्रकार की गड़बड़ी करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

आमतौर पर नाबालिग लड़कियां ही शादी रुकवाने को करती हैं फोन

राजस्थान में बाल विवाह जैसे मामले कई बार सामने आते हैं, लेकिन आमतौर पर ऐसे केस में नाबालिग लड़कियां ही शादी रुकवाने को कलेक्टर, पुलिस या चाइल्ड लाइन आदि को फोन करती हैं। माना जा रहा है कि यह पहला मामला है जब किसी लड़के ने इस प्रकार का फोन किया है। ऐसे मामले आमतौर पर देखने को नहीं मिले हैं। इस केस में किशोर ने यह कहते हुए फोन किया था कि वह अभी नाबालिग तो है ही और वह अभी आगे पढ़ना चाहता है। शादी के बाद यदि वह पढ़ नहीं पाया तो डिफेंस में भर्ती का उसका सपना अधूरा रह सकता है। युवक ने फोन पर यह भी बताया कि 30 नवम्बर को उसकी बरारात पास के सिकंदरा क्षेत्र में नई कोठी की ढाणी पर जाने वाली है।

बाल संरक्षण आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल।
बाल संरक्षण आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल।

संगीता बेनीवाल बोलीं

बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने कहा, मैं उस बच्चे की हिम्मत की दाद देना चाहती हूं। उसने शादी रुकवाने के लिए परिवार के खिलाफ जाकर फोन किया। अभिभावकों से भी अपील करना चाहती हूं कि बाल विवाह कानूनी अपराध है। बच्चे जो भी पढ़ाई-लिखाई कर आयाम छूना चाहते हैं, उन्हें ऐसा करने दें।

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