जिले के लालसोट क्षेत्र के करणपुरा गांव से दो साल पहले लापता हुए युवक बुद्धिप्रकाश को लेकर एक बार फिर परिजनों को निराशा हाथ लगी है। दरअसल दो दिन पूर्व बिडोली गांव के पास अर्द्ध विक्षिप्त हालत में मिले अज्ञात युवक को बुद्धिप्रकाश बताया जा रहा था। इसकी पहचान की पुष्टि करने के लिए पुलिस ने डीएनए जांच की प्रक्रिया शुरू की थी। इससे पूर्व ही अज्ञात युवक ने स्वयं का नाम गोविंद निवासी जहाजपुर भीलवाड़ा बताया है। इससे बुद्धिप्रकाश के परिजन हताश हो गए। अब वे एसडीएम आफिस के बाहर दोबारा धरने पर बैठ गए हैं कि पुलिस उनके बेटे को ढूंढ़कर लाए।
लावारिस घूमता मिला था युवक
मंगलवार को बिड़ोली गांव के पास एक युवक लावारिस हालत में घूमता मिला था जिसकी शक्ल लापता बुद्धिप्रकाश से मिलने के संदेह पर पुलिस उसे थाने ले आई थी। जहां बुद्धिप्रकाश की मां जानादेवी ने युवक के शरीर पर बने तिल के निशान के आधार पर पहचान की पुष्टि की, लेकिन भाई ने पहचानने से इनकार किया था। इस पर पुलिस ने युवक का डीएनए टेस्ट कराने के बाद पहचान की पुष्टि होने की बात कही। वहीं युवक को बुद्धिप्रकाश के परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया था।
अपना घर में एडमिट कराया
करणपुरा गांव पहुंचने पर बुद्धिप्रकाश के परिजनों ने उससे पूछताछ की तो उसने कागज पर अपना नाम गोविंद निवासी जहाजपुर भीलवाड़ा लिखकर दिया। इससे परिजन हतप्रभ रह गए। इसकी सूचना पर पहुंची पुलिस युवक को वापस थाने लेकर आई। जहां से उसे बस्सी स्थित अपना घर संस्थान में एडमिट कराया गया है। वहीं डिप्टी एसपी शंकरलाल मीणा ने बताया कि लावारिस मिले युवक ने स्वयं का नाम गोविंद लिखकर बताया है। ऐसे में स्पष्ट है कि वह लापता बुद्धिप्रकाश मीणा तो नहीं है। पुलिस टीम उसकी तलाश में जुटी हुई है।
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