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कृषि उपज मंडी समिति परिसर में राेजाना सुबह थाेक सब्जी मंडी लगती है, जहां से फुटकर सब्जी विक्रेता खरीदारी करते हैं। काश्तकार जाे सब्जी लेकर मंडी में आते हैं, उसकी बिक्री की बाेली आढ़तिया लगाते हैं। फुटकर सब्जी विक्रेताओं का आराेप है कि आढ़तियों ने मनमाने ढंग से तुलाई रेट 2 रुपए से बढ़ाकर 5 रुपए कर दी। वहीं पक्का बिल की जगह कच्ची पर्ची देते हैं। इसके विराेध में गुरुवार सुबह फुटकर सब्जी विक्रेता मुखर हाे गए और आढ़तियों के खिलाफ नारेबाजी कर हंगामा किया।
मंडी का गेट बंद कर दिया और काश्तकाराें काे घुसने नहीं दिया। विवाद बढ़ने पर काेतवाली पुलिस भी माैके पर पहुंची और दाेनाें पक्षाें काे शांतिपूर्ण ढंग से विवाद का सुलटारा करने के लिए समझाइश की। फुटकर सब्जी विक्रेता का दाे टूक कहना है तुलाई रेट वापस 2 रुपए करने और पक्का बिल देने की मांगाें के समर्थन में शुक्रवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे।
फुटकर सब्जी विक्रेता संघ पालिका बाजार के अध्यक्ष राजू सैनी का कहना है हमारी मांग जायज है। हम अपनी मांग से कृषि उपज मंडी समिति सचिव संताेष मीणा काे भी अवगत करा चुके हैं। दूसरी ओर आढ़तिया में से एक राजेश सैनी का कहना है कि हमने फुटकर सब्जी विक्रेताओं काे 2 दिन पहले बातचीत के लिए बुलाया था, लेकिन वे नहीं आए। 2 रुपए तुलाई से पल्लेदाराें की मजदूरी नहीं निकल रही थी, इसलिए बढ़ाकर 5 रुपए किए हैं। रही कच्ची पर्ची की बात ताे हम ताे कई साल से कंप्यूटराइज्ड पक्का बिल ही देते हैं।
दाेनाें पक्षाें काे आज साथ बैठाकर समझाैता करा दूंगी
फुटकर सब्जी विक्रेताओं से बात हाे गई है। शुक्रवार काे आढ़तिया पक्ष काे बुलाया है, जिनकी बात सुनने के बाद फिर दाेनाें पक्षाें काे साथ बैठाकर समझाैता करा दूंगी। विवाद के मूल में 1 लाख से 5 लाख रुपए की उधारी है, जाे नहीं चुकाने पर सब्जी देने से मना कर दिया गया है।
-संताेष मीणा, सचिव, कृषि उपज मंडी समिति, दाैसा
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