उमेश शर्मा | कोरोना महामारी के चलते जिले भर में लॉकडाउन लगा हुआ है। ऐसे में सभी लोग अपने व्यापार और कामकाज से दूर अपने घरों पर रह रहे हैं और किसी ना किसी तरह से घर में रहकर कोरोना महामारी से बचने का प्रयास कर रहे हैं। घर पर बैठ कर लोग अपने मनोरंजन के लिए मोबाइल, टीवी और सोशल मीडिया पर ज्यादा नजर बनाए हुए हैं। ऐसे में भरतपुर, मेवात एवं उत्तर प्रदेश की तरफ की कुछ गैंग सक्रिय होकर लोगों के साथ ब्लैकमैलिंग का खेल खेल रही है, जिसे लेकर करौली जिले की साइबर सेल में ही मात्र 2 महीने में 40 से अधिक ब्लैक मैलिंग की शिकायतें पुलिस को मिल चुकी है।
विभागीय जानकारी के अनुसार फेसबुक मैसेजर्स, वाट्स एप्प वीडियो कॉल पर लगभग एक साल से अधिक समय से लोगों को फंसाकर ब्लैक मैलिंग का खेल खेला जा रहा है। जिससे बचने के लिए लोग कई बार तो पुलिस की शरण लेते है लेकिन कई बार लोक लज्जा के भय के कारण वे ब्लेकमेलर के जाल में फंसते ही चले जाते हैं और उन्हें सामाजिक, आर्थिक, शारीरिक एवं मानसिक उठाना पड़ता है। साइबर सैल एक्सपर्ट ने बताया कि करौली जिले में लगभग एक वर्ष में इस तरह के मामलों की 80 से अधिक शिकायतें मिल चुकी हैं। जिसमें लगभग 40 शिकायत तो लॉकडाउन लगने के बाद से अब तक आ चुकी हैं।
जिसमें सभी लोगों को ब्लैकमेल किया गया है। पुलिस ने बताया कि अधिकाशतय लोगों ने तो लोक लाज के भय से पुलिस तक को इस प्रकार की घटनाओं की जानकारी नहीं दी और ब्लैकमेलर को रुपए डाल दिए। जिससे ब्लैकमेलर के हौसले बुलंद होते चले गए और उन ब्लैकमेलर की डिमांड बढ़ती गई। किसी भी अनजान पुरुष एवं महिला की रिक्वेस्ट स्वीकार नहीं करे और ना ही किसी प्रकार की अश्लीलता सोशल मीडिया पर प्रदर्शित करे।
जिसमें किसी अनजान व्यक्ति या महिला के बहकावे में आकर वीडियो कॉल न करे। किसी भी साइबर क्राइम की घटना का शिकार होने पर पुलिस को तुरंत सूचित करे और उसकी शिकायत दर्ज कराए, ताकि पुलिस इस तरह के अपराध करने वालों को जल्द से जल्द पकड़ सके। अगर शिकायत करने से भय हो तो संबंधित थानाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक या मुझे इसके बारे में सीधे बताए। इस तरह की गिरोह वर्तमान में सक्रिय है।
जो मेवात, उत्तरप्रदेश या भरतपुर की तरफ से अपना गैंग चला कर लोगों को शिकार बना रही है। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान लॉकडाउन में अब तक इस तरह की लगभग 40 शिकायतें आ चुकी है। लोगों सावधानी का पूर्ण ध्यान रखे और अपने सोशल एकाउंटस पर विशेष सुरक्षा के इंतजाम रखे।मृदुल कच्छावा, पुलिस अधीक्षक, करौली
अनजान महिला की फ्रेंड रिक्वेस्ट के साथ ही हो जाता है फंसाने का खेल शुरू
पुलिस ने बताया कि अब तक मिली रिपोर्ट के अनुसार एक अनजान लकडी या महिला संबंधित व्यक्ति की फेसबुक आईडी पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजती है। संबंधित व्यक्ति द्वारा फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार किए जाने के बाद महिला उसे फेसबुक मैसजर पर चैटिंग (बातचीत) करना शुरू कर देती है। लगभग एक घंटे के अंतराल में ही वह महिला संबंधित व्यक्ति से इतनी घुल मिल जाती है कि उसका मोबाइल नम्बर एवं वाट्स एप्प नम्बर ले लेती है और फिर वाट्स एप्प नम्बर पर चैटिंग शुरू हो जाती है।
थोडी देर में ही लड़की वीडियो कॉल के लिए संबंधित व्यक्ति को उकसाती है और वीडियो कॉल पर बात करती है। इसके बाद वह अश्लील बाते करते हुए अश्लील हरकते वीडियो कॉल पर करना शुरू कर देती है और संबंधित व्यक्ति को भी इसके लिए उकसाकर अश्लील हरकते करने पर मजबूर कर देती हैं और लोग अश्लील हरकत करने लगते हैं। जिसका महिला या लड़की वीडियो बना लेती है और लगभग डेढ मिनट की रिकॉडिग के बाद बात करना बंद कर देती है।
लगभग एक से डेढ घंटे बाद उसी नम्बर से संबंधित व्यक्ति के वाट्स एप्प पर उसी की अश्लील वीडियो क्लिप आती है जिससे वह ब्लैकमेल करती है और फोन पे, गुगल पे, पेटीएम नम्बर देकर रुपए डालने को कहती है साथ ही रुपए नहीं डालने पर संबंधित व्यक्ति की अश्लील वीडियो उसके फेसबुक फ्रेड को भेजने या यू ट्यूब पर अपलोड करने की धमकी देने के साथ यू ट्यूब पर अपलोड करने का वीडियो भी संबंधित व्यक्ति को भेजती है।
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