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तीन दिन पहले कोटरी गांव में छप्पर में अकेली सो रही 90 साल की वृद्धा की हत्या का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा की ओर से घटना का खुलासा करते हुए बताया गया कि हत्या कर वृद्धा के हाथों में से चांदी के कड़े ले जाने की वारदात को अंजाम उसके ही परिवार के दो नाती चचेरे भाइयों ने दिया था। इन दोनों चचेरे भाइयों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जिन्होंने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि उन्हें जुआ-सट्टा के शौक के कारण रुपयों की ज़रुरत थी। रुपयों के लालच में अकेली सो रही दादी के हाथों से 25 दिसंबर की रात कड़े निकालने गए थे, इस दौरान दादी के जाग जाने के कारण हत्या करनी पड़ी। गिरफ्तार आरोपी कोटरी निवासी अजय मीना व वीरेंद्र मीना है।चचेरे भाईयों ने ऐसे दिया वारदात को अंजाम पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि 25-26 दिसंबर की रात कोटरी गांव में छप्परपोश में अकेली सो रही वृद्धा मान बाई (90) की हत्या कर दो चांदी के कड़े लूटने की वारदात हुई थी। मृतका के पुत्र की ओर से केस दर्ज कराने के बाद डीएसपी किशोरीलाल के नेतृत्व में सदर थानाधिकारी कृपाल सिंह को शामिल कर विशेष टीम का गठन किया था। टीम ने कुछ लोगों को संदिग्ध मानकर पूछताछ की। जिसमें साइबर सेल की मदद से संदिग्ध मोबाइल नंबरों की लोकेशन व कॉल डिटेल निकालकर अनुसंधान किया तो मृतक महिला के रिश्ते में नाती अजय मीणा (28) पुत्र रामकेश और वीरेंद्र मीणा (28) पुत्र कल्ला को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की। जिस पर आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उन्होंने बताया कि उन्हें जुआ व सट्टे की लत थी और रुपयों की ज़रुरत थी। दादी के हाथों में पहने चांदी के कड़े निकालने के लिए गए थे। कड़े उतारते उन्होंने बताया कि दादी जाग गई तो रजाई से मुंह दबाकर उसकी हत्या कर दी और कड़े उतारकर फरार हो गए थे।दोनों चांदी के कड़े बरामदपुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर निशानदेही पर हत्या कर लूटकर ले जाने वाले दोनों चांदी के कड़ों को पुलिस ने बरामद कर लिया है। पूछताछ में मालूम चला है कि एक पोता अजय नर्सिंग प्रशिक्षित है और रोजगार की तलाश में था, जबकि दूसरा चचेरा भाई वीरेंद्र भी बेरोजगार था।
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