कोटपूतली में धूमधाम से हुआ होलिका दहन:लोगों ने जौं की बालियां सेक कर भगवान विष्णु की पूजा की, महिलाओं ने गाए मंगल गीत

कोटपूतली3 महीने पहले
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कोटपूतली शहर में विभिन्न स्थानों पर होलिका दहन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। होलिका दहन 6:30 से 7 बजे के बीच आयोजित किया गया। कोटपूतली शहर के होली चौक, बिजली कार्यालय, आजाद चौक, ASP कार्यालय, बाला वाले कुएं के पास होलिका दहन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

बड़ी संख्या में स्थानीय शहर वासियों ने होली माता की पूजन कर होलिका दहन कार्यक्रम में हिस्सा लिया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शहर वासियों के साथ महिला और बच्चे भी शामिल हुए। होलिका दहन से पूर्व बड़ी संख्या में महिलाओं ने धार्मिक मंगल गीत गाए। होलिका दहन के समय शहर वासियों ने जौ की बालियां सेक कर गो कास्ट से बने बड़ कुला होलिका में डालकर पूजा अर्चना की और सुख शांति और समृद्धि की कामना की गई। होलिका दहन के पश्चात शहरवासियों ने एक दूसरे को होली की बधाई देते हुए शुभकामनाएं दी।

150 वर्ष से अधिक पुरानी है कोटपूतली की मुख्य होली

शहर के पॉवर हाऊस स्थित मुख्य होली करीब 150 वर्ष पुरानी है। जिसका दहन पटेल परिवार द्वारा किया जाता है। रियासतकालीन समय में खेतड़ी रियासत द्वारा कोटपूतली क्षेत्र में 120 गांवों पर पटेल परिवार की नियुक्ति की गई थी। जिसके बाद से ही पटेल परिवार के पूर्वज मोतीलाल पटेल द्वारा होलिका दहन की परम्परा शुरू की गई। जिसे पटेल परिवार द्वारा निरन्तर निभाया जा रहा है। उक्त होली यहां हिन्दू मुस्लिम के साम्प्रदायिक सौहार्द, आपसी प्रेम व भाईचारे की भी अद्भुत मिसाल है। जिसका दहन यहां की नूरी मस्जिद के सामने होता है। साथ ही होलिका दहन में भक्त प्रह्लाद को बचाने के बाद मस्जिद परिसर में स्थित एक पुरातन कुएं में उसे डाला जाता है। होलिका दहन के पर्व में मुस्लिम बंधु भी उत्साह के साथ भाग लेते हैं।