राजस्थान में कोरोना को लेकर डराने वाली खबर है। प्रदेश में वैक्सीनेशन की स्थिति भले ही अन्य राज्यों के मुकाबले अच्छी है, पर नए केस चिंता बढ़ा रहे हैं। नवंबर में अब तक जितने भी केस मिले हैं, उसमें से 63% ऐसे हैं, जो वैक्सीनेट हो चुके हैं। यानी उन्हें दोनों डोज लग चुकी है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के सचिव वैभव गालरिया ने मुख्यमंत्री को पेश की एक रिपोर्ट में बताया कि ज्यादातर केस जयपुर, बीकानेर, अजमेर और अलवर जिले के हैं।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, 26 नवंबर तक राजस्थान में कुल 286 नए मरीज मिले हैं। इसमें से 180 ऐसे हैं, जो वैक्सीनेट हो चुके हैं। 30 मरीज ऐसे मिले हैं, जिनको एक ही डोज लगी है। इनमें ज्यादातर मरीज वे हैं, जो बिना लक्षण वाले हैं। सचिव वैभव गालरिया ने बताया कि अलावा कोटा, गंगानगर, बारां, भीलवाड़ा में एक-एक केस मिला है। बच्चों की स्थिति देखें तो यह पहली और दूसरी लहर में मिली संख्या के समान है। नवंबर में मिले सभी केस में 17% बच्चे हैं, जिनकी उम्र 18 साल से कम है।
इन जिलों में नवंबर में अब तक मिले मरीज
जिला | कुल केस |
जयपुर | 169 |
अजमेर | 51 |
बीकानेर | 22 |
अलवर | 17 |
नागौर | 14 |
उदयपुर | 10 |
बाड़मेर | 8 |
जोधपुर | 7 |
जैसलमेर | 4 |
दौसा | 2 |
पाली | 2 |
राजसमंद | 2 |
शहरी इलाकों में ज्यादा खतरा
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट की मानें तो कोरोना के नवंबर में जो केस बढ़े हैं, वो शहरी इलाकों के हैं। 26 नवंबर तक मिले केस में 85% मरीज शहरों से हैं, जबकि 15% ग्रामीण क्षेत्रों में मिले हैं।
ये जिले अब भी सुरक्षित
कोरोना के नजरिए से राज्य में अब भी 15 से ज्यादा जिले ऐसे हैं, जो सुरक्षित हैं। इसमें बांसवाड़ा, भरतपुर, बूंदी, चित्तौड़गढ़, चूरू, धौलपुर, डूंगरपुर, हनुमानगढ़, जालौर, झालावाड़, झुंझुनूं, करौली, प्रतापगढ़, सवाई माधोपुर, सीकर, सिरोही और टोंक हैं। यहां नवंबर में अब तक एक भी केस नहीं मिला है। इनमें आधे जिले ऐसे हैं, जिनमें तो अक्टूबर में भी एक भी केस नहीं आया था।
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