ऑनलाइन गेम के जरिए बदमाश लगातार बच्चों को निशाना बना रहे हैं। हाल ही जयपुर में एक बच्चे ने हैकर के जाल में फंसकर अपने ही घर में तिलिस्मी जाल बिछा दिया था। अब बांदीकुई से 6 दिन पहले अपहृत हुई 13 साल की बच्ची के मामले में सहमा देने वाला खुलासा हुआ है।
ऑनलाइन गेम के जरिए संपर्क होने के बाद कतर से आया बदमाश उसे नेपाल ले जाने वाला था। शुक्र रहा कि पुलिस ने 48 घंटे के भीतर बिहार के दरभंगा बस स्टैंड पर उसे पकड़ लिया। दाैसा एसपी राजकुमार गुप्ता ने बताया कि गिरफ्तार आराेपी इजराइल नदाफ मंसूरी (25) नेपाल का रहने वाला है और खाड़ी देश कतर में बिल्डिंग मजदूरी का काम करता है।
पैरेंट्स अलर्ट रहें
रातभर स्टेशन पर बैठा बच्ची को बुलाता रहा
बच्ची सोशल मीडिया पर फ्री फायर गेम खेलती थी। आराेपी इजराइल नदाफ मंसूरी ने इसी के जरिए उससे संपर्क किया। मंसूरी 18 जून को कतर से फ्लाइट से दिल्ली पहुंचा। सोशल मीडिया से बालिका का पता लगाकर ट्रेन से बांदीकुई आ गया। रातभर स्टेशन पर रहकर बच्ची को ब्लैकमेल कर बुलाता रहा। अगले दिन बच्ची घर से निकली तो माइंडवाॅश कर बांदीकुई जंक्शन ले आया। यहां से दिल्ली के लिए रवाना हो गया।
सोशल मीडिया पर मॉडल जैसे फोटो, असल में मजदूर
एसपी गुप्ता ने बताया कि सोशल मीडिया पर बदमाश की आईडी जांची ताे उसकी ऐसी फोटो मिलीं, मानो माॅडलिंग करता हो। पकड़ा ताे पता चला कि वह मजदूरी करता है। असली चेहरा देख पुलिस भी हैरान रह गई। शातिर इतना कि कतर से दिल्ली पहुंचते ही फर्जी सिम खरीदी।
कतर के मोबाइल नंबर से आईडी वैरिफाई की तो वह भारत के इंटरनेट से जुड़ी मिली। नंबर ट्रैक किया तो लोकेशन बिहार आई। तब बांदीकुई थाना प्रभारी नरेश शर्मा की टीम ने 48 घंटे में दरभंगा बस स्टैंड पर उतरते ही पकड़ लिया। उसके पास कतर की सिम व पासपोर्ट, नेपाल की नागरिकता का प्रमाण पत्र मिला है।
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.