जयपुर पुलिस ने हाईटेक ऑनलाइन गेमिंग पर करोड़ों रुपए का सट्टा शनिवार को पकड़ा है। करधनी पुलिस ने फ्लैट में बैठकर सट्टे का कारोबार चला रहे 5 सटोरियों को अरेस्ट किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से सट्टे में यूज इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम सहित अन्य सामान जब्त किए है।
DCP (वेस्ट) वंदिता राणा ने बताया- ऑनलाइन गेमिंग में आरोपी राहुल यादव (22) पुत्र अशोक कुमार निवासी मोठ झांसी उत्तर प्रदेश, विकास यादव (26) पुत्र महादेव राम निवासी रींगस सीकर, कमलेश जाट (25) पुत्र महावीर सिंह निवासी राणोली सीकर, मनोज मीणा (22) पुत्र सांवर मल मीणा निवासी रींगस सीकर और मोहम्मद अजहरूद्दीन (21) पुत्र ईशाक खान निवासी रामगढ़ अलवर को अरेस्ट किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 3 हाई प्रोफाइल लेपटॉप, 10 मोबाइल मय सिमकार्ड, विभिन्न कंपनियों की 15 सिम कार्ड, 3 की-बोर्ड, बॉड बैन्ड मोडम, वाईफाई सेटअप, मोबाइल-लेपटॉप ऐसेसरीज, विभिन्न बैंक के अलग-अलग बैंक कस्टमर की चैक बुक, पासबुक, एटीएम कार्ड, क्रेडिट कार्ड बरामद किए हैं।
करोड़ों रुपए का लेन-देन का हिसाब
ADCP (वेस्ट) रामसिंह ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली कि कालवाड़ रोड स्थित मंगलम सिटी में कुछ लोग ऑनलाइन गैमिंग पर सट्टे का कारोबार कर रहे है। सूचना पर ACP (झोटवाड़ा) प्रमोद कुमार के नेतृत्व में SHO (करधनी) हीरालाल सैनी ने H-ब्लॉक स्थित फ्लैट पर दबिश दी। फ्लैट में ऑनलाइन गैमिंग सट्टा लगाते मिले पांचों आरोपियों को पकड़ लिया। उसके पास मिले सट्टे के सामान को जब्त किया गया। पुलिस को आरोपियों के कब्जे से करोड़ों रुपए का लेन-देन का हिसाब मिला है। कस्टमरों से पैसे डलवाने के लिए QR कोड, विभिन्न बैंक अकाउंट के स्टेटमेंट, बैंक ऐप और पैसों के स्क्रीनशॉट्स भी मिले है।
4 महीने से चल रहे ऑनलाइन गैमिंग बुक
पूछताछ में सामने आया है कि पिछले 4 महीने से इस फ्लैट से ऑनलाइन गेमिंग बुक चलाई जा रही है। महादेव बुक के नाम से ऑनलाइन गेमिंग से क्रिकेट, कसीनों, तीन पत्ती आदि गेम पर सट्टा लगाने के लिए ID बनाकर देना और ऑनलाइन पैसे लगाना बताया है। कस्टमर ऑनलाइन ही पेमेंट 100 रुपए से लेकर अधिकतम रुपए का ट्रांजैक्शन करते है। उसके बाद वॉट्सऐप लिंक से गूगल पर ऑनलाइन हार-जीत का जुआ खेलने के लिए कस्टमर को गेम खिलवाते है, जिसका कंपनी को कमीशन मिलता है। महादेव ऑनलाइन गेमिंग का बुकी सीकर निवासी बबलू उर्फ सुनील है। बुकी ने उन्हें सैलरी बैस पर रखा हुआ था।
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