अगर आपको सोशल मीडिया पर किसी विदेशी महिला या व्यक्ति की फ्रेंड रिक्वेस्ट आती है। तो जरा सोच समझकर ही उसे स्वीकार करें। कहीं ठगी का शिकार ना बनें। यह करतूत दिल्ली में मौजूद शातिर ठगों की भी हो सकती है। जयपुर ग्रामीण जिले में कालाडेरा थाना पुलिस ने एक ऐसे ही गिरोह में शामिल दो युवकों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। ये लोग फेसबुक व अन्य सोशल मीडिया पर विदेशी महिलाओं के नाम से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज कर चैटिंग करते है। फिर भारत में घूमने आने, विदेश से महंगा गिफ्ट भेजने, उनका अपना वारिस बनाकर संपत्ति ट्रांसफर करने का झांसा देकर लाखों रुपए की ऑनलाइन ठगी की वारदात करते है।
पुलिस की गिरफ्त में आए गैंग के बदमाशों से पूछताछ में सामने आया कि यह गैंग पहले फर्जी दस्तावेजों से दूसरे व्यक्तियों के नाम से मोबाइल नम्बर एक्टीवेट करवाते है। फिर उस मोबाइल नंबर से विदेशी महिलाओं के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाते है। इसके बाद लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर बातचीत करते हैं। फिर देश में आने की बात कहकर मिलने का विश्वास दिलाकर अपनी मजबूरियां बताते हैं। पीड़ित व्यक्ति से मोटी रकम ऑनलाइन अपने खातों में ट्रांसफर करवा लेते हैं। इसके बाद अपना मोबाइल नम्बर बन्द कर फर्जी आईडी को भी डिलीट कर देते है।
जयपुर ग्रामीण एसपी शंकरदत्त शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी नजरुल आलम (24) सीवान बिहार का है। अभी नई दिल्ली में महरौली जिले में बंगाली कॉलोनी, तुगलकाबाद में रहता है। दूसरा आरोपी शिवम राठौड़ (23) शाहजापुर उत्तरप्रदेश का है। अभी नई दिल्ली के महरौली जिले में संगम विहार में रहता है। ये लोग मोटे कमीशन के लालच में अपना खाता ठग गैंग को उपलब्ध करवाते है। गोविंदगढ़ सीओ संदीप सारस्वत के सुपरविजन में कालाडेरा थानाप्रभारी हरवेंद्र सिंह की टीम ने लगातार तकनीकी पड़ताल कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया।
इस तरह हुई ठगी की वारदात
ठगी का शिकार हुआ मनीष कुमार जाट (38) निवासी रडा की ढाणी, साहिबरामपुरा थाना कालाडेरा जयपुर है। उसने 9 मार्च 2021 को मुकदमा दर्ज करवाया कि उसके मोबाइल पर UK की रहने वाली एक विदेशी महिला की फ्रेंड रिक्वेस्ट फेसबुक पर आई थी। इसे स्वीकार करने पर महिला ने खुद का नाम रोज डोगल बताया।
चैटिंग के जरिए बातचीत में कहा कि वह दोस्तों के साथ भारत घूमने आएगी। वहां 16 दिसंबर 2020 को आकर तुमसे भी मुलाकात करूंगी। लड़की ने अपने वॉट्सऐप नंबर भी दे दिए। इसके बाद 18 दिसंबर को मनीष जाट को फोन आया कि रोज डोगल दिल्ली आ चुकी है। उसके पास कीमती ज्वैलरी है। उसको इसका टैक्स देने के लिए 45 हजार रुपयों की जरूरत है। उसने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का खाता नंबर भी दिया। तब झांसे में आकर मनीष ने रकम ऑनलाइन ट्रांसफर करवा दी।
कई मजबूरियां बताकर नेट बैंकिंग के जरिए हड़पे करीब डेढ़ लाख रुपए
एडिशनल एसपी धर्मेंद्र यादव के मुताबिक शातिर ठगों ने मनीष जाट से लगातार संपर्क किया। उसे आपकी विदेशी महिला का यलो कार्ड बनाने, विदेशी करेंसी को भारतीय मुद्रा में बदलने और कई बहाने बनाकर अलग-अलग मजबूरी बताई और मनीष के खाते से नेट बैंकिंग के जरिए करीब डेढ़ लाख रुपए अपने खातों में जमा करवा लिए। इस रकम को कुछ दिनों में लौटाने का आश्वासन भी दिया।
22 दिसंबर 2020 को बदमाशों ने मनीष को 2.38 लाख रुपए की जरूरत बताई। तब मनीष ने रकम जमा करवाने से मना कर दिया और पहले जमा करवाई गई राशि लौटाने को कहा तो मोबाइल बंद कर फेसबुक आईडी डिलीट कर दी। इसके बाद उसने परिवाद थाने में दर्ज करवाया।
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