किरोड़ीलाल के समर्थन में आईं पूर्व CM राजे:बोलीं- पेपर लीक प्रकरण की CBI जांच कराए सरकार, मीणा अकेले नहीं हम सब उनके साथ

जयपुर2 महीने पहले
फाइल फोटो।

राजस्थान में पिछले 6 दिनों से सरकार के खिलाफ धरना दे रहे सांसद किरोड़ी लाल के समर्थन में अब पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। रविवार को राजे ने कहा कि किरोड़ी लाल मीणा पिछले 6 दिनों से धरने पर बैठे हैं। इतना बड़ा आंदोलन होने के बावजूद राजस्थान की कांग्रेस सरकार युवाओं के सपनों की जरा भी परवाह नहीं कर रही। बल्कि प्रदेश के युवाओं के सपनों को कुचलने का काम कर रही है। जो राजस्थान की कांग्रेस सरकार के डूबते जहाज की अंतिम कील साबित होगा।

वसुंधरा राजे ने ट्वीट कर किरोड़ी लाल मीणा के धरने का समर्थन किया है। जल्द ही वसुंधरा राजे धरना स्थल भी जा सकती हैं।
वसुंधरा राजे ने ट्वीट कर किरोड़ी लाल मीणा के धरने का समर्थन किया है। जल्द ही वसुंधरा राजे धरना स्थल भी जा सकती हैं।

दरअसल सांसद किरोड़ी लाल मीणा पिछले 6 दिनों से जयपुर के आगरा रोड पर धरने पर बैठे हैं। रविवार को सांसद मीणा ने कहा कि अगर कांग्रेस सरकार ने हमारी मांगों को जल्द से जल्द पूरा नहीं किया तो प्रदेशभर के बेरोजगार जयपुर में सरकार के खिलाफ महापड़ाव डालेंगे। वहीं इससे पहले बीजेपी की राष्ट्रीय मंत्री अलका सिंह गुर्जर, जयपुर उपमहापौर पुनीत कर्णावत समेत सैकड़ो युवा सांसद किरोड़ी लाल मीणा के समर्थन में धरना स्थल पहुंचे।

इस दौरान किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि राजस्थान में 4 साल में 16 भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक हो चुके हैं। जिससे प्रदेश के 50 लाख से ज्यादा युवाओं के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है। वहीं बाहरी राज्यों के बेरोजगार राजस्थान में सरकारी नौकरी में लग रहे हैं जिसे राजस्थान के युवाओं का हक छिन रहा है। CM अशोक गहलोत युवाओं की परेशानी को भूल सिर्फ अपनी सरकार बचाने में लगे हैं। ऐसे में जब तक प्रदेश के युवाओं की मांगे पूरी नहीं हो जातीं, मैं यहीं धरने पर बैठा रहूंगा।

किरोड़ी लाल मीणा की प्रमुख मांग

  • रीट, कॉन्स्टेबल, RAS समेत 16 भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक हुए हैं। जिनसे 50 लाख से ज्यादा युवाओं का भविष्य असमंजस की स्थिति में आ गया है। ऐसे में इन सभी भर्ती परीक्षाओं की सीबीआई जांच करवाई जाए।
  • राजस्थान में सरकारी नौकरियों में बाहरी राज्यों के युवाओं को तरजीह मिल रही है। जिसकी वजह से ही प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार का संकट पैदा हो गया है। ऐसे में प्रदेश में सरकारी नौकरियों में प्रदेश के युवाओं को ही 95% तक आरक्षण दिया जाए।
  • 28000 CHA संविदा कर्मियों को फिर से नौकरी पर बहाल किया जाए। इसके साथ ही सभी सरकारी विभागों में रिक्त चल रहे लाखों पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाए।
  • राजस्थान में भर्ती परीक्षा के दौरान दूसरे राज्यों की फर्जी डिग्रियों का इस्तेमाल किया जा रहा है। जिसे रोकने के लिए प्रभावी रणनीति के तहत कार्रवाई की जाए।
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