रीट में 50000 शिक्षकों की भर्ती की तेज हुई मांग:देशभर में ट्रेंड कर रहा राजस्थान के युवाओं का अभियान, 11 लाख से ज्यादा अभ्यार्थी है पात्र

जयपुर2 वर्ष पहले
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राजस्थान में रीट का परिणाम जारी होने के बाद लंबित भर्ती प्रक्रिया शुरू करने को लेकर विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है। लेवल-1 से B.Ed अभ्यर्थियों को बाहर करने के बाद अब रीट अभ्यर्थियों ने 31 हजार से बढ़ाकर 50000 शिक्षक भर्ती करने की मांग तेज कर दी है। जिसको लेकर सोशल मीडिया पर भी अभियान चलाया जा रहा है। #रीट_में_पद_50000_करो और #REET_में_पद_बढ़ाकर_50000_करो जो आज देशभर में ट्रेंड कर रहा है।

दरअसल, राजस्थान सरकार ने दो साल पहले शिक्षा विभाग में तृतीय श्रेणी शिक्षकों के 31 हजार पदों पर भर्ती का ऐलान किया था। लेकिन अब तक भर्ती की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है। ऐसे में बेरोजगारों ने इस भर्ती में पद बढ़ाने की मांग उठाई है। बेरोजगार तृतीय श्रेणी शिक्षकों के 50 हजार पदों पर भर्ती की मांग कर रहे हैं। इसको लेकर सोशल मीडिया पर अभियान भी चला रखा है। उनका तर्क है कि दो साल में खाली पदों की संख्या में बढ़ोतरी हो चुकी है। इसलिए सरकार भर्ती में पद बढ़ाकर बेरोजगारों को राहत देनी चाहिए।

बता दें की सरकार ने 24 दिसंबर 2019 को 31 हजार पदों पर भर्ती के लिए 2 अगस्त 2020 को रीट के आयोजन की घोषणा की थी। लेकिन कोरोना के चलते रीट नहीं हो सकी और 6 बार परीक्षा तारीख आगे खिसकाई गई। अब सरकार इस साल 26 सितंबर को रीट का आयोजन करा चुकी है, और रिजल्ट भी जारी हो चुका है। रिजल्ट में 11,04,216 अभ्यर्थियों को शिक्षक पात्रता प्राप्त हुई है। इसमें लेवल वन में 3,30,604 और लेवल टू में 7,73,612 अभ्यर्थियों को पात्रता मिली है। रिजल्ट के बाद से ही पद बढ़ाने की मांग जोर पकड़ रही है।

बेरोजगारों का तर्क

  • घोषणा के दो साल बाद भी भर्ती की प्रक्रिया प्रारंभ नहीं हुई।
  • दो साल में बीएड और बीएसटीसी के करीब ढ़ाई लाख नए अभ्यर्थी शिक्षक भर्ती की दौड़ में शामिल हो गए।
  • लगातार रिटायर हो रहे शिक्षकों के कारण खाली पदों की संख्या बढ़ गई।
  • सरकार अगर घोषणा के साथ ही भर्ती की प्रक्रिया प्रारंभ कर देती तो अब तक नई भर्ती प्रक्रिया शुरू करने का समय हो जाता।
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