राजस्थान के सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों में अगले 7 दिनों में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। शिक्षा विभाग द्वारा नई एडमिशन पॉलिसी जारी करने के साथ ही कॉलेजों में एडमिशन की तैयारियां तेज कर दिया गया है। ऐसे में प्रदेश के 450 से ज्यादा सरकारी और दो हजार से ज्यादा प्राइवेट कॉलेज में एक बार फिर परसेंटेज के आधार पर स्टूडेंट्स को एडमिशन दिया जाएगा।
रिजल्ट नहीं आने पर CBSE स्टूडेंट्स को मिलेगी एक्स्ट्रा टाइम
उच्च शिक्षा मंत्री राजेंद्र यादव ने बताया कि कॉलेज में एडमिशन के लिए अगले 7 दिनों में आवेदन की प्रक्रिया को शुरू कर दिया जाएगा। इसके तहत प्रदेश के सरकारी और प्राइवेट दोनों कॉलेजों में स्टूडेंट्स को एडमिशन मिलेगा। अगर आवेदन की आखिरी तारीख तक CBSE 12th का रिजल्ट जारी नहीं हुआ।
पिछले सालों के आंकड़ों के आधार पर CBSE स्टूडेंट्स के लिए कॉलेज की सीट का विशेष कोटा बनाया जाएगा। इसके साथ ही उन्हें 12th का रिजल्ट जारी होने के बाद उन्हें आवेदन की छूट दी जाएगी। ताकि प्रदेश के कॉलेज में RBSE के साथ ही CBSE के जेंट्स को भी एडमिशन के लिए पूरे मौके मिल सके।
पर्सेंटेज के आधार पर मिलेगा एडमिशन
आयुक्त कॉलेज शिक्षा विभाग शुचि त्यागी ने बताया कि उच्च शिक्षा विभाग ने पहले पर्सेंटेज सिस्टम को हटाकर पर्सेंटाइल सिस्टम के आधार पर एडमिशन प्रक्रिया शुरू की थी। इस प्रक्रिया में CBSE और RBSE के स्टूडेंट्स की पर्सेंटेज का समानीकरण कर एडमिशन दिया जाता था। लेकिन इससे सीबीएसई के स्टूडेंट्स को सरकारी कॉलेजों में प्रवेश लेने में समस्या आ रही थी। ऐसे में इस बार फिर से कॉलेजों में एडमिशन पर्सेंटेज फॉर्मूले के आधार पर ही दिया जाएगा।
कॉलेजों एडमिशन पॉलिसी के प्रमुख बदलाव
13 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स को मिलेगा एडमिशन
राजस्थान में 450 से ज्यादा सरकारी कॉलेज है। इनमें पांच लाख 8000 स्टूडेंट्स को पर्सेंटेज के आधार एडमिशन दिया जाएगा। वहीं, 2000 से ज्यादा प्राइवेट कॉलेज है, जिनमें 8 लाख स्टूडेंट्स को शिक्षा विभाग की एडमिशन पॉलिसी के आधार पर एडमिशन मिलेगा।
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